भारत में 20 करोड़ महिलाओं की शादी 18 की उम्र से पहले हुई, जबकि 25 वर्ष पहले चार में एक लडक़ी की शादी, हालांकि इसमामूली सुधार से ही पिछले 25 वर्षमें 6.8 करोड़ बाल विवाह रुके हैं।
Teenage Pregnancy and Early Marriage: लैंगिक समानता के मोर्चे पर दुनिया अभी काफी पीछे है। हाल ही जारी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सामने आया है कि दुनिया में 64 करोड़ महिलाओं की शादी 18 वर्ष की उम्र से पहले हो गई थी। इनमें सबसे ज्यादा एक तिहाई संख्या भारत की है। भारत में 20 करोड़ से ज्यादा महिलाओं की शादी 18 वर्ष से पहले हुई। सतत विकास लक्ष्य रिपोर्ट 2024 के मुताबिक पांच में से एक लडक़ी की शादी 18 की उम्र से पहले हो जाती है, जबकि 25 वर्ष पहले चार में एक लडक़ी की शादी इस उम्र से पहले हो रही थी। यानी थोड़ा बदलाव है, लेकिन ज्यादा नहीं। हालांकि इस मामूली सुधार से ही पिछले 25 वर्ष में 6.8 करोड़ बाल विवाह रुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ हिंसा और उनके यौन-प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति स्वायत्तता की कमी जैसे मुद्दे अभी भी बने हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि मौजूदा गति से पुरुषों और महिलाओं के बीच प्रबंधन पदों में समानता हासिल करने में 176 वर्ष लग जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कहना है कि इस रिपोर्ट का निष्कर्ष साफ है कि शांति सुनिश्चित करने, जलवायु परिवर्तन का सामना करने और अंतरराष्ट्रीय वित्त को बढ़ावा ेदेने में हमारी विफलता, विकास को कमजोर कर रही है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक जीवन स्थितियों में सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित 169 लक्ष्यों में से 2030 तक सिर्फ 17 फीसदी ही पूरे होने की उम्मीद है। 2015 में विश्व नेताओं द्वारा अपनाए गए इस लक्ष्य का उद्देश्य लैंगिक समानता हासिल करना और गरीबी दूर करना था। हालांकि इनमें आधे लक्ष्य ही मध्यम गति से पूरे होने की दिशा में हैं, जबकि एक तिहाई से ज्यादा रुके हुए हैं या पीछे छूट गए।