Weather Update: उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में गर्मी फिर से अपना तेवर दिखाने लग गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान दो से तीन डिग्री बढ़ने वाला है।
Weather Update: उत्तर और मध्य भारत में गर्मी ने फिर से जोर पकड़ लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में लू की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे लू का असर और भी गंभीर हो जाएगा।
IMD ने बताया कि 22 से 24 अप्रैल के दौरान दक्षिणी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है। वहीं, 23-24 अप्रैल को राजस्थान और हरियाणा में और 21-23 अप्रैल के दौरान विदर्भ क्षेत्र में लू के हालात बन सकते हैं। इन क्षेत्रों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है। विभाग ने खास तौर पर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
पूर्वोत्तर भारत में 22 अप्रैल से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, पूर्वी भारत में अगले चार दिनों में तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका असर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों पर पड़ने की आशंका है।
दिल्ली में इस सप्ताह तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। सोमवार को अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। आंधी, बिजली और धूलभरी हवाओं के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी में आर्द्रता का स्तर 63 प्रतिशत तक पहुंच सकता है, जिससे गर्मी और अधिक महसूस होगी।
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में रविवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। खासकर बुंदेलखंड, प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र में लू की स्थिति गंभीर होती जा रही है। आने वाले दिनों में तापमान में 3-5 डिग्री की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है।
बिहार में भी हीटवेव की स्थिति बन रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री अधिक हो सकता है। पछुआ हवाओं के चलते मौसम शुष्क रहेगा और कई जिलों में लू चल सकती है।
मौसम विभाग ने लोगों को दिन में बाहर निकलने से बचने, पानी अधिक पीने, हल्के और ढीले कपड़े पहनने की सलाह दी है। गर्मी का असर खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर अधिक पड़ सकता है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।