Faridabad Crime: दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्र में दोस्ती का ग्रुप बदलने पर कुछ युवकों ने दलित के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। पहले उसका सिर मुंडवाया, पेशाब पिलाई फिर रस्सियों से बांधकर उल्टा लटकाकर उसका यौन शोषण किया।
Faridabad Crime: राष्ट्रीय राजधानी से सटे एनसीआर के फरीदाबाद जिले में एक बर्बरतापूर्ण घटना सामने आई है। यहां दोस्ती का ग्रुप बदलने से गुस्साए युवकों ने दलित के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। पुलिस प्रवक्ता यशपाल यादव के अनुसार पीड़ित की हालत काफी खराब है। पुलिस उसका बयान लेने की कोशिश कर रही है। हालांकि परिजनों की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
घटना फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ क्षेत्र की है। जहां बीते सोमवार शाम को 18 साल के दलित युवक को आरोपियों ने तीन घंटे तक बंधक बनाकर बेहरमी से प्रताड़ित किया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने दलित युवक को रस्सियों से बांधकर उल्टा लटकाया। इसके बाद उसका सिर और मूंछें मुंडवा दीं। इतने से आरोपियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन्होंने दलित युवक को जबरन पेशाब पिला दी। परिजनों ने उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस का कहना है कि यह हमला आपसी रंजिश का परिणाम है, क्योंकि पीड़ित ने हाल ही में अपने पुराने दोस्तों का साथ छोड़कर नया ग्रुप बना लिया था। वहीं पीड़ित का परिवार इस हमले को साफ तौर पर जातिगत हिंसा बता रहा है। परिवार का आरोप है कि आरोपी पहले भी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं। पीड़ित के चचेरे भाई के अनुसार, “रविवार रात भी उसे पीटा गया और जान से मारने की धमकी दी गई थी।”
इस मामले में पीड़ित के परिवार का कहना है कि शुरुआत में पुलिस ने मामले को सिर्फ एक निजी झगड़ा बताकर टालने की कोशिश की, लेकिन दबाव के बाद SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी तक जातीय नफरत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हर पहलू से जांच जारी है।
पुलिस जांच के अनुसार, सोमवार को शाम 4 बजे से रात 7 बजे तक युवक को एक कमरे में बंद कर छत के हुक से उल्टा लटकाया गया। उसके साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया गया। लाठियों से मारपीट और यौन उत्पीड़न के बाद युवक को उसके घर के बाहर फेंक दिया गया। चचेरे भाई ने बताया कि युवक इतना डरा हुआ था कि उसने खुद ही पुलिस में शिकायत न करने की विनती की।
पुलिस ने इस मामले में 19 साल पीयूष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि दो नाबालिगों को सुधार गृह में भेजा गया है। एक अन्य आरोपी अभी फरार है। मामला SC/ST एक्ट की धारा 3 सहित भारतीय दंड संहिता की कई गंभीर धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस ने हमले में प्रयुक्त लाठियों को भी बरामद कर लिया है।
पुलिस प्रवक्ता यशपाल यादव ने बताया “पीड़ित के सिर में गहरी चोटें हैं। एक टांग टूट चुकी है और पूरे शरीर पर जख्म हैं। वह फिलहाल बयान देने की स्थिति में नहीं है। जैसे ही उसकी हालत में सुधार होगा, हम उसका बयान दर्ज करेंगे। गुरुवार को उसकी टांग की सर्जरी की जानी है।”