– सीजनल इनफ्लूएंजा को लेकर अलर्ट जारी, तीन माह बाद मिला पांचवां मरीज – सैंपलिंग के साथ मेडिकल उपकरण तैयार रखने के निर्देश इंदौर. मौसम में बदलाव के साथ ही स्वाइन फ्लू (एच-1 एन-1) के मरीज भी मिलने लगे हैं। मंगलवार को 28 वर्षीय महिला के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उसका इलाज एमआरटीबी […]
- सीजनल इनफ्लूएंजा को लेकर अलर्ट जारी, तीन माह बाद मिला पांचवां मरीज
- सैंपलिंग के साथ मेडिकल उपकरण तैयार रखने के निर्देश
इंदौर. मौसम में बदलाव के साथ ही स्वाइन फ्लू (एच-1 एन-1) के मरीज भी मिलने लगे हैं। मंगलवार को 28 वर्षीय महिला के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उसका इलाज एमआरटीबी के आइसोलेशन वार्ड में किया जा रहा है। मरीज तीन माह बाद सामने आया है। इस साल जनवरी से अब तक 35 संदिग्ध मरीजों के सैंपल एमजीएम मेडिकल कॉलेज की लैब में भेजे गए, जिसमें से पांच के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने सीजनल इनफ्लूएंजा को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। अस्पतालों में जांच व व्यवस्था बनाने को कहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से एमवायएच अधीक्षक, सिविल सर्जन, मल्हारगंज, संयोगीतागंज, नंदानगर, हुकुमचंद पॉली क्लिनिक सहित सांवेर, देपालपुर, मानपुर, हातोद व सिविल अस्पताल महू के प्रभारियों को पत्र लिखा गया है। इसमें एच-1 एन-1 की शंका या जांच होने पर टेमीफ्लू शुरू करने, किसी स्थान से ऐसे लक्षण वाले मरीज अधिक मिलने पर रैपिड रिस्पांस टीम भेजकर जांच कराने, हाई रिस्क प्रकरण जैसे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, गंभीर मरीजों में लक्षण होने पर जांच के लिए आदेशित किया है। अस्पतालों में दवा, उपकरण, मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता रखना होगी। सी कैटेगरी के मरीजों के थ्रोट स्वाब को एमजीएम मेडिकल काॅलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजने के लिए कहा है।
होम आइसोलेशन के भी निर्देश
ए, बी व सी कैटेगरी व इसके लक्षणों के अनुसार इलाज व देखरेख के निर्देश दिए हैं। ए कैटेगरी में बुखार के मामूली लक्षण, बी कैटेगरी में गंभीर लक्षण, सी कैटेगरी में इन लक्षणों के अलावा सांस लेने में तकलीफ, खून की उल्टी, मानसिक स्थिति में बदलाव, झटके आना, ऑक्सीजन का स्तर 90 फीसदी से कम होना, नीला पडऩा आदि लक्षण रखे गए हैं।
इस तरह के हो सकते हैं लक्षण-
- अचानक खांसी के साथ 100 डिग्री से अधिक बुखार।
- मांसपेशियों या शरीर में दर्द।
- सिरदर्द, थकान, उल्टी,दस्त।
- अधिक सर्दी होना।