मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शुक्रवार को अंबाजी से जनजातीय गौरव यात्रा का शुभारंभ करेंगे, जो भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हो रही है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शुक्रवार को अंबाजी से जनजातीय गौरव यात्रा का शुभारंभ करेंगे, जो भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हो रही है। यह यात्रा 13 नवंबर तक अंबाजी से एकता नगर और उमरगाम से एकता नगर तक चलेगी, जिसमें 14 आदिजाति जिलों सहित राज्यभर में जन जागृति और आदिजाति गौरव का संदेश प्रसारित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से इस वर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जिससे आज की पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम में बिरसा मुंडा के योगदान को समझ सके। यात्रा के दौरान, रथयात्रा जिन गाँवों से गुजरेगी, वहां स्वास्थ्य जांच शिविर, सेवा सेतु, सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अलावा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक, चित्रकला, वक्तव्य प्रतियोगिता और फिल्म प्रदर्शन भी होंगे।
यात्रा के शुभारंभ अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी और राज्य मंत्री पी. सी. बरंडा, कमलेश पटेल, प्रवीण माली, और स्वरूप ठाकोर उपस्थित रहेंगे। इस पहल का उद्देश्य आदिजातियों को विकास की मुख्य धारा में लाना और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को सशक्त करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 15 नवंबर को डेडियापाडा में जनजातीय गौरव दिवस का राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित होगा। राज्य सरकार विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आदिजाति समुदायों को विकास की राह में अग्रसर रखने का संकल्प ले रही है। मुख्यमंत्री पटेल ने इस यात्रा को विकास भी, विरासत भी मंत्र को साकार करने वाला बताया।