पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
व्यक्ति को अकेला न छोड़ें
घर के अंदर हर सदस्य के क्रियाकलापों का ध्यान रखना जरूरी है। कोई यदि अधिक तनाव और अवसाद में लगे तो मनोचिकित्सक के पास परामर्श के लिए ले जाना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को अकेला न छोड़ें। उन्हें खुशी देने वाली गतिविधियों में लगाएं। घर में स्नेहपूर्ण वातावरण दें। - निर्मला वशिष्ठ, अलवर
जागरूकता की आवश्यकता
आत्महत्या जैसे मामलों पर अंकुश के लिए जागरूकता की बेहद आवश्यकता है। साथ ही विद्यालयों में भी बच्चों को ऐसी शिक्षा दी जाए ताकि उनका मनोबल ऊंचा रहे और वे भविष्य में हर तरह की चुनौतियों का सामना आसानी से कर पाएं। उन्हें बताएं कि जिंदगी एक खूबसूरत अहसास है, जीने की कला आनी चाहिए। - साजिद अली, इंदौर
कठोर कानून बनाने चाहिए
देशभर में आत्महत्या के बढते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को कठोर से कठोर कानून बनाने चाहिए। आत्महत्या के कारणों में तनाव और अवसाद बड़ी वजहें हैं। रिश्तों में तनाव, कर्ज और आर्थिक स्थिति का खराब होना, बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन का तनाव उन्हें इस कदम की ओर ले जाता है। इसके लिए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। - सुरेंद्र कुमार बिंदल, जयपुर