पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत है पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
अवैध वेबसाइट ब्लॉक हो
ऑनलाइन बैटिंग को स्पष्ट कानून बनाकर दंडनीय अपराध घोषित किया जाना चाहिए। आईटी एक्ट के तहत इसकी परिभाषा तय कर सख्त दिशानिर्देश बनाए जाएं। अवैध वेबसाइट और ऐप्स को इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के माध्यम से तुरंत ब्लॉक किया जाए। यूपीआई और बैंक खातों की निगरानी कर वित्तीय लेनदेन रोका जाए। सोशल मीडिया और इन्फ्लुएंसरों के प्रचार पर पूर्ण प्रतिबंध तथा युवाओं में जागरूकता और तकनीकी निगरानी जरूरी है। - डॉ. राजीव कुमार, जयपुर
लाइसेंस सिस्टम होना चाहिए
अवैध बैटिंग पर प्रभावी अंकुश के लिए सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है। ऑपरेटरों के लिए लाइसेंसिंग अनिवार्य की जाए और डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाए। अवैध वेबसाइट व ऐप्स को तुरंत ब्लॉक किया जाए। प्रवर्तन एजेंसियों, पुलिस और वित्तीय-खुफिया एजेंसियों को सशक्त कर विशेष टास्क फोर्स गठित की जाए। मजबूत कानूनी-नियामक ढांचा और जिम्मेदार गेमिंग को बढ़ावा ही इस समस्या का समाधान है। - शिवजी लाल मीना, जयपुर
साइबर सेल की नजर रहें
अवैध रूप से चल रही ऑनलाइन बेटिंग पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है। बेटिंग वेबसाइटों और ऐप्स को ब्लॉक किया जाए, बैंक खातों और डिजिटल वॉलेट के माध्यम से होने वाले संदिग्ध लेन-देन पर निगरानी रखी जाए। साइबर सेल को मजबूत किया जाए और आमजन में जागरूकता फैलाकर ऐसे प्लेटफॉर्म से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। - निकिता शर्मा, झालावाड़
ऑनलाइन बैटिंग कानून बनाना जरूरी
अवैध बैटिंग केवल कानून उल्लंघन नहीं, बल्कि त्वरित अमीर बनने की मानसिकता, बेरोजगारी, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की आसान उपलब्धता और कानून के प्रति भय की कमी से पनपने वाली गंभीर सामाजिक समस्या है। पुराने जुआ कानून डिजिटल युग में अपर्याप्त हैं, इसलिए सख्त और स्पष्ट ऑनलाइन बैटिंग कानून आवश्यक हैं। तकनीक के माध्यम से अवैध ऐप्स, वेबसाइट्स और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन पर निगरानी जरूरी है। धन के प्रवाह पर रोक, जन-जागरूकता, मीडिया और सेलिब्रिटी की जिम्मेदारी तथा बैटिंग की लत में फंसे लोगों के पुनर्वास से ही इस समस्या पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। - मुकेश कुमार बिस्सा, जैसलमेर
डिजिटल पेमेंट की निगरानी हो
अवैध रूप से चल रही ऑनलाइन बैटिंग पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून और प्रभावी प्रवर्तन जरूरी है। सरकार को संदिग्ध वेबसाइटों और ऐप्स को ब्लॉक करने के लिए तकनीकी निगरानी बढ़ानी चाहिए। बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट चैनलों पर कड़ी नजर रखकर अवैध लेन-देन रोके जा सकते हैं। जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इसके कानूनी और आर्थिक नुकसान बताए जाने चाहिए साथ ही साइबर अपराध इकाइयों को मजबूत कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी। - कृष्णकुमार खीचड़, राजालानाडा
तकनीक का प्रयोग जरूरी
तकनीकी का प्रयोग करके अवैध ऑनलाइन बेटिंग पर अंकुश लगाना अत्यंत आवश्यक है। ब्लॉकचेन जैसी तकनीकों का उपयोग करके बेटिंग प्लेटफॉर्म्स को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बना सकते हैं, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी। डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से संदिग्ध गतिविधियों को आसानी से पहचाना जा सकता है और उन पर रोक लगाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त, इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियों को अवैध बेटिंग वेबसाइटों को ब्लॉक करने में सहयोग करना चाहिए। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हो रहे भ्रामक विज्ञापनों पर अंकुश लगाने के लिए भी तकनीकी समाधान कारगर होंगे। इन सभी प्रयासों के माध्यम से एक मजबूत तकनीकी ढांचा तैयार किया जा सकता है, जो अवैध ऑनलाइन बेटिंग को नियंत्रित करने में सहायक होगा। - डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर
निगरानी ही समाधान है
अवैध रूप से चल रही ऑनलाइन वेटिंग पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबंध ही काफी नहीं है इसके लिए सख्त कानून, तकनीकी मजबूती और समाज को जागरूक करना होगा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अवैध बैटिंग के विज्ञापन हटाने के लिए बाध्य करना चाहिए। प्रमोशन करने वाले इनफ्लुएंसर्स और सेलिब्रिटीज पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए भ्रामक आसान कमाई वाले विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। युवाओं को ऑनलाइन बैटिंग की आर्थिक मानसिक और कानूनी नुकसान के बारे में जागरूक करना चाहिए। पुलिस और साइबर अपराध विभागों को आवश्यक संसाधन प्रशिक्षण प्रदान करना चाहिए। आसान और सुरक्षित ऑनलाइन शिकायत केंद्र होने चाहिए अधिकतर ऑनलाइन सट्टेबाजी सीमा पार से संचालित होती है इस पर पूर्ण निगरानी रखनी चाहिए। - मीना सनाढ्य, उदयपुर
ऑनलाइन गेम पूरी तरह प्रतिबंधित हो
सरकार ने अवैध ऑनलाइन गेमिंग पर रोक के लिए ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन विधेयक, 2025 लागू किया है। इस कानून के तहत असली पैसे वाले ऑनलाइन गेम पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। ऐसे गेम चलाने, उनका प्रचार या विज्ञापन करने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। सरकार अवैध वेबसाइट और ऐप्स को ब्लॉक कर सकती है तथा बैंकों और यूपीआई के माध्यम से लेनदेन रोके जा सकते हैं। नागरिक साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। - सुरेश विश्नोई,फलोदी, जोधपुर
ऑनलाइन बैटिंग पर प्रतिबंध जरूरी
इंंटरनेेट के माध्यम से किसी खेल, इवेंट या चुनावी नतीजों पर पैसे लगाने को ऑनलाइन बैटिंग कहा जाता है। विभिन्न वेबसाइटों और मोबाइल एप्स के जरिए खेला जाने वाला खेल इन दिनों लोकप्रियता के शिखर पर है। दूसरे शब्दों में इसे जुआ भी कहा जाता है। कुछ राज्यों के प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद अवैध रूप से खेला तथा खिलाया जा रहा है। ऑनलाइन बैटिंग को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने तथा इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने जैसी कार्रवाई करने से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है। - वसंत बापट, भोपाल