CG News: छत्तीसगढ़ के 33 में से 31 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। जहां 13 अनारक्षित सीटों पर OBC वर्ग को सबसे ज्यादा मौका मिला है।
CG News: छत्तीसगढ़ में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डिप्टी सीएम अरुण साव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ओबीसी आरक्षण को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, जिस पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अनारक्षित 13 जिला पंचायतों में से 12 के चुनाव संपन्न हुए हैं।
इन 12 जिला पंचायतों में 9 ओबीसी अध्यक्ष बने हैं। इसके साथ ही 12 जिला पंचायतों में 8 उपाध्यक्ष भी ओबीसी वर्ग से हैं। डिप्टी सीएम साव ने कहा कि सरकार की प्रतिबद्धता रही की ओबीसी को सम्मान मिले। साय सरकार ने जो कहा वह कर के दिखाया है।
कर्नाटक में धर्म आधारित आरक्षण पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संविधान की कॉपी लेकर पूरे देश में घूम रहे थे, लेकिन संविधान में धर्म के आधार पर भेदभाव स्पष्ट रूप से मना है। देश को तोड़ने का प्रयास हो रहा है, सरकार के इस फैसले की जितनी निंदा की जाए कम है। मुस्लिम तुष्टिकरण और देश को विभाजित करना कांग्रेस का इतिहास रहा है। भ्रम, भय और भ्रष्टाचार ही कांग्रेस पार्टी का आधार है।
बस्तर पंडुम पर दीपक बैज के बयान पर पलटवार करते हुए डिप्टी सीएम साव ने कहा कि दीपक बैज के पास बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है, अब उनकी चला-चली की बेला है। बस्तर की संस्कृति आगे बढ़े, इसमें उन्हें आपत्ति है क्या? बस्तर की खानपान और संस्कृति को देश-दुनिया के सामने लाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
CG News: जब भाजपा सरकार ने जिला पंचायत आरक्षण सूची जारी की थी, तब भूपेश बघेल ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में 50% ओबीसी आबादी होने के बावजूद उन्हें आरक्षण नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने तंज कसा था कि अब OBC वर्ग के लोग जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए तरस जाएंगे।
अब, भाजपा इस चुनाव के नतीजों को OBC वर्ग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रमाण बता रही है और भूपेश बघेल से अपने पुराने बयानों पर माफी मांगने की मांग कर रही है। दूसरी ओर, कांग्रेस इसे भाजपा सरकार की पहले की नीतियों की विफलता और राजनीतिक मजबूरी का नतीजा बता रही है।