CG News: प्रदेश में पहली बार शासकीय कन्या पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में प्रारंभ किया जा रहा है। अभी तक इस पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए निजी महाविद्यालयों में जाकर प्रवेश लेना होता था।
CG News: राज्य के गवर्नमेंट कॉलेज में भी अब बी-फार्मेसी की पढ़ाई होगी। शासकीय कन्या पॉलीटेक्निक महाविद्यालय रायपुर में छात्राओं के शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास को ध्यान में रखते हुए पूर्व से संचालित डी-फॉर्मेसी कोर्स के साथ इसी सत्र 2025-26 से बी-फॉर्मेसी (बैचलर ऑफ फार्मेसी) पाठ्यक्रम की शुरूआत की जा रही है। यह पहल छात्राओं को स्वास्थ्य, औषधि विज्ञान एवं फार्मास्यूटिकल उद्योग में उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगी। यह पाठ्यक्रम फार्मेसी कॉउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) नई दिल्ली से अनुमोदित किया गया है।
यह पाठ्यक्रम प्रदेश में पहली बार शासकीय कन्या पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में प्रारंभ किया जा रहा है। अभी तक इस पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए निजी महाविद्यालयों में जाकर प्रवेश लेना होता था। इस पाठ्यक्रम के लिए छात्राओं से किसी भी प्रकार का शिक्षण शुल्क नहीं लिया जाएगा। 4 वर्ष (8 सेमेस्टर) पाठ्यक्रम में 60 सीटें निर्धारित की गई हैं। इसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं विज्ञान/गणित विषयों के साथ 12वीं उत्तीर्ण छात्राओं को प्रवेश मिलेगा। इसमें प्रवेश परीक्षा पीपीएचटी एवं डीटीई सीजी कॉउंसलिंग/मेरिट के आधार पर सीट दी जाएंगी।
प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग 13 अक्टूबर से शुरू होगी। इसमें बी-फार्मेसी, डी- फार्मेसी और एम-फार्मेसी के विद्यार्थी शामिल होंगे। पहले चरण की काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन 18 अक्टूबर तक भरे जाएंगे। पहली मेरिट सूची का प्रकाशन 24 अक्टूबर को जारी की जाएगी। इसके बाद 25 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति के लिए समय दिया जाएगा। प्रथम चरण की सीटों आवंटन 29 अक्टूबर को होगा। आवंटित सीटों में विद्यार्थियों को 30 अक्टूबर से 4 नवंबर तक एडमिशन लेना होगा। दूसरे चरण की शुरुआत 7 नवंबर से होगी और 10 नवंबर तक आवेदन करने होंगे। दूसरी मेरिट सूची 12 नवंबर को आएगी। विद्यार्थी 13 नवंबर तक दावा-आपत्ति करेंगे। फिर 15 नवंबर को सीटों का आवंटन होगा। आवंटन सूची में शामिल विद्यार्थियों को 16 से 19 नवंबर तक तय कॉलेजों में जाकर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण
पाठ्यक्रम पूरी तरह से प्रयोगात्मक और व्यावसायिक होगा। इसमें छात्राओं को उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित किया जाएगा। छात्राओं को इंटरनशिप एवं फील्ड ट्रेनिंग के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे। इसके लिए कॉलेज परिसर में आवश्यक प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय एवं शैक्षणिक संसाधन विकसित किए जा रहे हैं। यह पहल छात्राओं को चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवाओं एवं फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र में उत्कृष्ट कॅरियर की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेगी।