Kendriya Vidyalaya: केंद्र सरकार ने हर जिले में एक जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने की मंशा थी, लेकिन प्रदेश के नए जिलों में अब तक इसे शुरू करने की शुरुआत नहीं हो सकी है।
Kendriya Vidyalaya: @राहुल जैन केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को नए चार केंद्रीय विद्यालय की सौगात तो दे दी है, लेकिन अब नए जवाहर नवोदय विद्यालय का इंतजार है। केंद्र सरकार ने हर जिले में एक जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने की मंशा थी, लेकिन प्रदेश के नए जिलों में अब तक इसे शुरू करने की शुरुआत नहीं हो सकी है। खास बात यह है कि अविभाजित जांजगीर-चांपा जिले में एक जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित था, लेकिन नए जिले सक्ती का गठन होने के बाद यह विद्यालय सक्ती जिले के खाते में चल गया। अब जांजगीर-चांपा जैसे पुराने जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित नहीं है। लोकसभा में प्रदेश के सांसद जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने का मुद्दा भी उठा चुके हैं। इसके बाद भी इसका इंतजार लंबा होते जा रहा है।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 33 जिले अस्तित्व में आ चुके हैं। जबकि प्रदेश में 27 जिलों में 28 जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। सुकमा जिले में दो जगह स्कूल का संचालन हो रहा है। इसे लेकर लोकसभा में राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय ने यह मुद्दा उठाया। इसके बाद प्रदेश के छह जिलों में जवाहर नवोदय विद्यालय का संचालन नहीं होने की जानकारी मिली।
केंद्र सरकार ने देश के प्रत्येक जिले में एक जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने का लक्ष्य रखा है। नए जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने में राज्य सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके लिए राज्य सरकार को स्थायी भवन के निर्माण के लिए आवश्यक उपयुक्त भूमि निःशुल्क उपलब्ध करनी होती है। स्थायी भवन के निर्माण तक स्कूल चलाने के लिए आवश्यक किराए से मुक्त अस्थायी भवन उपलब्ध करना होता है। नए विद्यालय की स्वीकृति और उन्हें खोलना मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार सक्षम प्राधिकारी द्वारा अनुमोदन जरूरी होता है।
प्रदेश के बालोद, बलौदाबाजार, बलरामपुर, बस्तर, बेमेतरा, बीजापुर, बिलासपुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जशपुर, कबीरधाम, कांकेर, कोंडागांव, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, मुंगेली, नारायणपुर, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव, सक्ती, सरगुजा, सुकमा और सूरजपुर में जवाहर नवोदय विद्यालय का संचालन हो रहा है।
प्रदेश के छह जिलों में जवाहर नवोदय विद्यालय का संचालन नहीं हो रहा है। इसमें जांजगीर-चांपा को छोड़कर सभी जिलों को गठन पिछले चार-पांच सालों में हुआ है। इनमें गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, जांजगीर चांपा और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला शामिल हैं।