Raipur News: इंजीनियरिंग के छात्र और एनएसएस स्वयंसेवक अजमान ने युवाओं के नेतृत्व वाली जनसेवा, सामाजिक प्रभाव में प्रौद्योगिकी और मानवाधिकार जैसे विषयों पर कार्यशाला व संवाद में भाग लिया।
Raipur News: इस्तांबुल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी मंच (आईवीएफ) में रायपुर के युवा सैयद अजमान अली मदनी ने देश का प्रतिनिधित्व किया। 14 से 17 अगस्त तक चले इस वैश्विक कार्यक्रम में 80 से अधिक देशों के युवा परिवर्तनकर्ता और संयुक्त राष्ट्र से जुड़े विशेषज्ञ जुटे थे।
बेंगलुरु में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र और एनएसएस स्वयंसेवक अजमान ने युवाओं के नेतृत्व वाली जनसेवा, सामाजिक प्रभाव में प्रौद्योगिकी और मानवाधिकार जैसे विषयों पर कार्यशाला व संवाद में भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सीमाएं और राजनीति दीवारें खड़ी कर सकती हैं, लेकिन मानवता सार्वभौमिक है।
भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई का उदाहरण देते हुए उन्होंने शांति और एकता का संदेश दिया। अजमान ने युवाओं से बदलाव की क्षमता पर भरोसा रखने और निरंतर आगे बढ़ने की अपील की। समापन पर उन्होंने इकबाल की पंक्ति मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना से सभागार गूंजा दिया।