Baba Bageshwar visit Raipur: रायपुर में रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विशाल दिव्य दरबार का आयोजन किया, जिसमें प्रदेशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंचे।
Baba Bageshwar visit Raipur: छत्तीसगढ़ के रायपुर में रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विशाल दिव्य दरबार का आयोजन किया, जिसमें प्रदेशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंचे। भक्तों की भारी भीड़ के बीच शास्त्री ने मंच से कई सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम की शुरुआत भजन और कीर्तन से हुई, जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया। मंच पर उन्होंने भक्तों की समस्याएं सुनीं और समाधान के साथ आशीर्वाद भी दिया। इस दौरान श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा गया। लोग दूर-दूर से बागेश्वर धाम सरकार का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।
“यदि कोई अपनी इच्छा से धर्म बदलता है तो दिक्कत नहीं, लेकिन यदि किसी को लालच या दबाव से धर्मांतरण कराया जाता है, तो यह समाज और देश दोनों के लिए घातक है।” उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से गौ संरक्षण के लिए एक गौ-अभयारण्य (Cow Sanctuary) स्थापित करने की मांग की। शास्त्री ने कहा कि गौ माता का सम्मान केवल पूजा तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उनके पालन-पोषण और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने जरूरी हैं।
“हिंदू आज भी मानसिक रूप से गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ है। अंग्रेज चले गए, लेकिन उनकी सोच और बंटवारे की मानसिकता अब भी हमारे बीच है। अमीरी-गरीबी और जातिवाद, ये सनातन की सबसे बड़ी कमजोरी हैं। जब तक हम एक नहीं होंगे, तब तक किसी बुलडोज़र या आंदोलन से नहीं, बल्कि अपनी एकता से ही हिंदू राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।” उन्होंने समाज से जातिवाद को समाप्त करने की अपील की और कहा कि सनातन धर्म की रक्षा केवल भाषणों से नहीं, बल्कि आचरण, एकता और सेवा के भाव से संभव है।
कार्यक्रम के दौरान बाबा ने यह भी कहा कि हिंदू समाज को राजनीति से परे रहकर अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सोशल मीडिया का उपयोग धर्म प्रचार, शिक्षा और राष्ट्र निर्माण के लिए करें, न कि विवाद और नफरत फैलाने के लिए।
जहां एक हिंदू जाग जाएगा, वहां सौ अन्य अपने आप जागेंगे। यही जागृति आने वाले भारत की पहचान बनेगी। सभा स्थल पर हजारों की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने “जय श्री राम” और “बागेश्वर धाम सरकार की जय” के जयघोष से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।