दूसरी ओर दिल्ली से ड्रग्स रायपुर भेजने वाले सरगना महेश सिंह खड़गा का राजधानी के एक सिपाही से अच्छी दोस्ती है। रायपुर में दोनों रूम पार्टनर भी रह चुके हैं
राजधानी में ड्रग्स (एमडीएमए) सप्लाई करने वालों का बड़ा नेटवर्क है। आरोपियों द्वारा बनाए गए वाट्सऐप ग्रुप की पुलिस जांच कर रही है। इसमें ग्राहक के रूप में कई युवक-युवतियों के मोबाइल नंबर और पेटीएम नंबर मिले हैं। इन लोगों की जानकारी ली जा रही है। दूसरी ओर दिल्ली से ड्रग्स रायपुर भेजने वाले सरगना महेश सिंह खड़गा का राजधानी के एक सिपाही से अच्छी दोस्ती है। रायपुर में दोनों रूम पार्टनर भी रह चुके हैं। सिपाही जब दिल्ली जाता था, तो महेश के साथ ही ठहरता था। दोनों की एक पिंटू नाम के युवक से भी दोस्ती है। पिंटू के खिलाफ पीटा एक्ट का मामला भी है, जिसमें उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। सूत्रों के मुताबिक महेश, पिंटू और सिपाही कई बार रायपुर में एक साथ देखे जा चुके हैं। ड्रग्स रैकेट से जुड़े महेश और सिपाही के संबंधों का खुलासा होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
इवेंट कंपनी संचालित करता था महेश
पुलिस के मुताबिक रायपुर में महेश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी संचालित करता था। इस दौरान वह बड़े-बड़े होटलों, फार्म हाउस में पार्टियां आयोजित करवाता था। उसी में ड्रग्स, कोकीन के ग्राहक बनाता था। इस दौरान ही आयुष अग्रवाल से भी दोस्ती हुई। कुछ समय से दिल्ली में किराए का होटल चला रहा था। वहीं से आयुष को ड्रग्स भेजने लगा। आयुष ने कुसुम और चिराग शर्मा को ड्रग्स पैडलर बनाया। आयुष के वाट्सऐप ग्रुप में कई ड्रग्स कंज्यूमर जुड़े हैं। एडवांस में पैसा लेने के बाद ही ड्रग्स या कोकीन कुसुम और चिराग के माध्यम से कंज्यूमर तक भेजता था।
दिल्ली का है मास्टर माइंड
पुलिस महेश के पास ड्रग्स पहुंचाने वालों की तलाश कर रही है। महेश के दिल्ली के कई नाइजीरियन से संपर्क है। आशंका है कि उन्हीं से ड्रग्स लेकर रायपुर भेजता था। उल्लेखनीय है कि आरोपी एक ग्राम एमडीएमए और कोकीन को 10 से 12 हजार रुपए में बेचते हैं। इस कारण इसका उपयोग आर्थिक रूप से संपन्न लोग ही कर रहे हैं।