रायपुर

Ayushman Card: 70 पार बुजुर्गों को थंब इंप्रेशन लगाने में हो रही परेशानी, नहीं मिल पा रहा फ्री इलाज

Ayushman Card: 70 या इससे अधिक उम्र वाले हैं। हाथों की लकीरें धुंधली पड़ने से थंब इंप्रेशन में दिक्कत बढ़ गई है। ऐसे में उनके फ्री इलाज में भी परेशानी होने लगी है।

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May 30, 2025
70 पार बुजुर्गों को थंब इंप्रेशन लगाने में हो रही परेशानी (Photo AI)

Ayushman Card: @पीलूराम साहू। शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता यानी आयुष्मान भारत योजना में थंब इंप्रेशन नहीं लगने से बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गई है। ये समस्या उन बुजुर्गों में ज्यादा है, जो 70 या इससे अधिक उम्र वाले हैं। हाथों की लकीरें धुंधली पड़ने से थंब इंप्रेशन में दिक्कत बढ़ गई है। ऐसे में उनके फ्री इलाज में भी परेशानी होने लगी है। हालांकि सरकारी अस्पतालों में इस दिक्कत से निपटने के लिए रास्ता निकाला गया है, लेकिन निजी अस्पतालों में कैश की डिमांड की जा रही है।

आयुष्मान योजना में थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता ने 70 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए इलाज में दिक्कत पैदा कर दी है। आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले फ्री इलाज का लाभ उठाने के लिए थंब इंप्रेशन अनिवार्य है, लेकिन कई बुजुर्गों के थंब इंप्रेशन नहीं लगने से उन्हें इलाज के लिए कैश देना पड़ रहा है।

यह समस्या उन बुजुर्गों के लिए और भी गंभीर हो जाती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और इलाज के लिए कैश नहीं दे सकते हैं। आयुष्मान योजना का उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, लेकिन थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता ने इस उद्देश्य को पूरा करने में बाधा उत्पन्न कर दी है। सरकारी अस्पतालों में थंब इंप्रेशन नहीं होने पर आधार ओटीपी व रेटिना स्कैन की मदद लेते हैं। ये सब नहीं होने पर च्वाइस सेंटर में जाकर अपडेट करना होगा। तभी फ्री इलाज का लाभ मिलेगा। करीब 1500 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं होने से भी निजी अस्पताल फ्री इलाज में आनाकानी करने लगे हैं।

थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता को दूर करने की जरूरत

बुजुर्गों की समस्या को देखते हुए आयुष्मान योजना में थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता को हटाने पर विचार करना चाहिए। इसके अलावा सरकार को आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले फ्री इलाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे बुजुर्गों को इलाज में कोई दिक्कत न हो। जानकारों के अनुसार ऐसा करने से जरूरतमंद बुजुर्गों का कैशलेस इलाज होने लगेगा। उन्हें कुछ निजी अस्पतालों में कैश देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

बीपीएल 5 लाख व एपीएल को 50 हजार सालाना इलाज मुफ्त

आयुष्मान भारत योजना के तहत बीपीएल परिवार को हर साल 5 लाख रुपए तक फ्री इलाज किया जाता है। इस पैकेज में एंजियोप्लास्टी से लेकर ब्रेन सर्जरी व किडनी ट्रांसप्लांट संभव है। वहीं एपीएल परिवार को 50 हजार रुपए तक इलाज किया जा रहा है। प्रदेश के 1056 सरकारी व 553 निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत बीपीएल व एपीएल परिवारों का फ्री इलाज किया जा रहा है।

बुजुर्गों के थंब इंप्रेशन में शुरू से परेशानी हो रही है। ऐसे में कोशिश करते हैं कि उनका भी फ्री इलाज हो जाए। ऐसे केस काे अप्रूव नहीं मिलने से कई बार अस्पतालों को नुकसान उठाना पड़ता है। इस ओर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत हैं।
डॉ. विष्णु दत्त, रिटायर्ड डीएमई

आयुष्मान योजना के तहत सभी उम्र वालों का फ्री इलाज किया जा रहा है। थंब इंप्रेशन नहीं होने पर रेटिना स्कैन या आधार ओटीपी की मदद ली जाती है। इसके बाद भी केस अप्रूव नहीं होने पर आयुष्मान अपडेट करवाकर कैशलेस इलाज करते हैं।

डॉ. विवेक चौधरी, डीन नेहरू मेडिकल कॉलेज

आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले फ्री इलाज का लाभ उठाने के लिए बुजुर्गों को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक रहना चाहिए। इसके अलावा केंद्र सरकार को आयुष्मान योजना में थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता को हटाने पर विचार करना चाहिए, जिससे बुजुर्गों को इलाज में कोई दिक्कत न हो। ये विकल्प केवल बुजुर्गों को देना चाहिए, जिससे उन्हें कैशलेस इलाज का फायदा मिल सके।

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Updated on:
30 May 2025 09:02 am
Published on:
30 May 2025 09:00 am
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