Election Results 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी 4 जून को घोषित होगा। इसे लेकर भाजपा-कांग्रेस के नेताओं की दिल की धड़कन बढ़ गई है।
Election Results 2024: एग्जिट पोल के रुझान आने के बाद छत्तीसगढ़ से भाजपा लोकसभा प्रत्याशियों की उम्मीदें बढ़ गई है। वे इस बात से खुश हैं कि छत्तीसगढ़ (Election Results 2024) से भाजपा को ज्यादा सीट मिलती है, तो कम से कम जीतने वाले एक सांसद का केंद्र में मंत्री बनना तय है। हालांकि राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ के कोटे में सिर्फ केंद्रीय राज्य मंत्री ही आए हैं।
पिछली बार आदिवासी महिला सांसद रेणुका सिंह को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था। इस बार उनको विधानसभा की टिकट दी गई थी। वो चुनाव जीतकर आई तो प्रदेश के मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा थी, लेकिन महिला कोटा से लक्ष्मी राजवाड़े मंत्री बनने में कामयाब हुई।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में डॉ. रमन सिंह, दिलीप सिंह जूदेव और रमेश बैस को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया था। राज्य निर्माण के बाद डॉ. रमन ने केंद्र की राजनीति (Election Results 2024) से इस्तीफा देकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली। वर्ष 2003 में भाजपा सरकार बनाने के बाद वो मुख्यमंत्री बने। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद केंद्र में दस साल तक यूपीए की सरकार रही। इस दौरान प्रदेश में भाजपा के 10-10 सांसद चुन कर आए थे।
यूपीए सरकार के समय केंद्र की राजनीति में छत्तीसगढ़ को प्रतिनिधित्व मिला है। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में दिवंगत अजीत जोगी महासमुंद सीट से चुनाव जीते थे। इस दौरान कार दुर्घटना होने की वजह से वे मंत्री बनाने से चूक गए। वर्ष 2009 में कोरबा लोकसभा सीट से चरण दास महंत चुनाव जीते थे। इसके बाद उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया था।
लोकसभा के टिकट वितरण में पिछले कुछ बार से भाजपा नया प्रयोग करती है। पिछली बार भाजपा ने अपने सभी 10 सांसदों की टिकट काट दी थी। वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में चार सांसद अरुण साव, विजय बघेल, गोमती साय और रेणुका सिंह को टिकट दी गई थी। इसमें विजय बघेल को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरा गया था।
विजय बघेल को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद भाजपा ने लोकसभा चुनाव में विजय बघेल को दुर्ग लोकसभा से दोबारा प्रत्याशी बनाया। वहीं राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय को फिर से चुनाव लड़ने का मौका मिला। प्रदेश से दूसरी बार टिकट लाने वाले दोनों प्रत्याशी चुनाव जीतते हैं, तो उनके नाम भी केंद्रीय मंत्रिमंडल की दौड़ में शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में भाजपा-कांग्रेस के बीच महामुकाबला है। एक तरफ भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी चुने हुए खास दिग्गजों को उम्मीदवार बनाया। रायपुर लोकसभा सीट में भाजपा से वर्तमान मंत्री और रायपुर दक्षिण विधानसभा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल उम्मीदवार है, तो दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय मैदान में उतरे है।
बस्तर से भाजपा के दिग्गज नेता महेश कश्यप तो कांग्रेस से कवासी लखमा मैदान में है। महासमुंद लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रूपकुमारी चौधरी तो कांग्रेस से ताम्रध्वज साहू उम्मीदवार है। कांकेर से भाजपा के भोजराज नाग और कांग्रेस से बीरेश ठाकुर उम्मीदवार है। राजनांदगांव से वर्तमान सांसद संतोष पांडेय तो कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैदान में है।
इधर बिलासपुर से भाजपा से तोखन साहू तो कांग्रेस से देवेंद्र यादव मैदान में है। दुर्ग से भाजपा के वर्तमान सांसद विजय बघेल तो कांग्रेस से राजेंद्र साहू है। जांजगीर-चांपा से भाजपा से कमलेश जांगड़े तो कांग्रेस से शिवकुमार डहरिया है। सरगुजा से चिंतामणि महाराज तो कांग्रेस से शशि सिंह है। वहीं रायगढ़ से भाजपा की दिग्गज नेत्री और पूर्व सांसद सरोज पांडेय तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत उम्मदीवार है।