CG News: 6 दिनों तक चलने वाले नेत्र परीक्षण में सभी ड्राइवर कवर नहीं पाए थे। जानकारों के अनुसार ड्राइवरों की आंखों की जांच साल में कम से चार से पांच बार होनी चाहिए।
CG News: प्रदेश में भारी वाहन चालकों की आंखों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाने की संभावना है। पिछले साल यह अभियान 23 से 28 दिसंबर तक नेशनल हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा पर चला था। इन्हीं स्थानों पर ड्राइवरों की आंखों की जांच की गई थी। चश्मा नंबर लगने पर सामान्य नंबर का चश्मा मौके पर दिया गया। वहीं गंभीर समस्या होने पर आंबेडकर अस्पताल समेत बड़े चिकित्सालयों में भर्ती कर इलाज किया गया।
जिन जिलों में टोल प्लाजा है, वहां 5 नेत्र सहायकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। सुबह 10 से शाम 4 बजे तक नेत्र परीक्षण किया जाएगा। 6 दिनों तक चलने वाले नेत्र परीक्षण में सभी ड्राइवर कवर नहीं पाए थे। जानकारों के अनुसार ड्राइवरों की आंखों की जांच साल में कम से चार से पांच बार होनी चाहिए। दरअसल कई ड्राइवर की आंखें कमजोर होती हैं।
इस कारण भी सड़क दुर्घटना होती है। उन्हें चश्मे लगाने की भी जरूरत होती है, वे भी नहीं लगाते। कई ड्राइवरों को कलर विजन की समस्या होती है। ऐसे में वे कलर नहीं पहचान पाते। सिग्नल का कलर नहीं पहचानने से भी दुर्घटना हो सकती है। नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार 40 या इससे अधिक उम्र के लोगों को सालभर में एक बार आंख की जांच जरूर करानी चाहिए।