Kharge-Rahul CG Visit:कांग्रेस एक बार फिर देशभर में अभियान चलाने की तैयारी में है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जाति जनगणना को लेकर सभी राज्यों का दौरा करेंगे।
Kharge-Rahul CG Visit: कांग्रेस जाति जनगणना को लेकर देशभर में अभियान चलाने जा रही है। इस कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 20 अगस्त से सभी राज्यों का दौरा (Kharge-Rahul CG Visit)करेंगे। इसके लिए छत्तीसगढ़ में भी आएंगे। इसके मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को कहा गया है कि वो 20 से 31 अगस्त के बीच का एक कार्यक्रम तैयार कर भेजें। इसके आधार पर छत्तीसगढ़ में राहुल और खरगे का दौरा तय हो गया।
बता दें कि कांग्रेस जाति जनगणना को लेकर देशभर में अभियान चलाने जा रही है। इस कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी( Kharge-Rahul CG Visit)20 अगस्त से सभी राज्यों का दौरा करेंगे। बताया गया कि खरगे और राहुल गांधी 15 सितंबर के बाद छत्तीसगढ़ दौरे पर आ सकते हैं।
वहीं, दूसरी ओर से दिल्ली से लौटने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने संगठन में बड़े बदलाव की चर्चा को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि बैठक में बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। बता दें कि राजनीतिक गलियारों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा है।
हालांकि, इसका फैसला शीर्ष नेतृत्व को ही करना है। दिल्ली में सभी प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों को यात्रा की तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष बैज दिल्ली से लौटने के बाद बैठक लेंगे और जिलों का दौरा करेंगे। जाति जनगणना कराने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को जागरूक करने के साथ प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वो लोगों के बीच इसको लेकर गलतफहमियों को दूर कर सकें।
Kharge-Rahul CG Visit: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी के अलग-अलग चर्चा की है। इसके बाद संगठन में बदलाव की चर्चा जोर पकड़ी है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि बघेल को ओबीसी चेहरे के रूप में आगे करते हुए महासचिव बनाया जा सकता है।
वहीं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। इस मामले में डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा, दिल्ली में सिर्फ हार के कारणों पर चर्चा हुई है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेन्द्र साहू ने कहा, बैठक में संगठन में बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।