Kharun River: प्रदेशभर के कई जिलों में बुधवार को भारी बारिश के चलते खारुन से लगे धमतरी और बालोद जिले में पानी भर गया। इससे नदी लबालब भर गई है।
Kharun River: छत्तीसगढ़ के रायपुर राजधानी की जीवनदायिनी खारुन नदी का गुरुवार को रौद्र रूप दिखाई दिया। प्रदेशभर के कई जिलों में बुधवार को भारी बारिश के चलते खारुन से लगे धमतरी और बालोद जिले में पानी भर गया। इससे नदी लबालब भर गई है। महोदव घाट और भाठागांव पर बने स्टॉप डेम के ऊपर से पानी बह रहा था।
जलस्तर के बढ़ने से नौका विहार पर रोक लगी है। नदी के आसपास के हिस्से में पानी ही पानी दिखाई दे रहा। खुड़मुड़ा और उफर गांव के किनारे डूबे गए। नदी किनारे स्थित बाड़ियों और फार्म हाउस में भी पानी भर गया। बाड़ियों में पानी भरने से सब्जियां और गन्ने की खेती पर असर पड़ा।
भाठागांव बिजली उपकेन्द्र के किनारे की सड़क में भी नाले का पानी पुल के ऊपर बह रहा था। रास्ते पर बना मंदिर चारों ओर पानी से घिर गया। कई लोग इस रास्ते का अक्सर उपयोग शॉर्टकट के लिए करते हैं, परन्तु गुुरुवार को उन्हें निराशा हाथ लगी। पुल के ऊपर पानी आने से उन्हें लौटना पड़ा।
प्रदेश में 5 दिन पहले ही मानसूनी बारिश का कोटा पूरा हो गया। गुरुवार तक 1127.6 मिमी पानी गिर चुका है जबकि मानसूनी सीजन में 1124.4 मिमी बारिश होती है। रायपुर जिले में भी कोटा पूरा हो गया है। यहां 1002 मिमी पानी गिरता है। अब तक 998.5 मिमी पानी गिरा है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण बस्तर संभाग में दो दिन तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
राजधानी में बीती रात 74. 2 मिमी बारिश हुई। यह बारिश बुधवार की शाम साढ़े 5 से गुरुवार सुबह साढ़े 8 बजे तक हुई। यह रेकार्ड है। पिछले 10 साल में साढ़े 8 घंटे में इतनी बारिश नहीं हुई। गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन पानी नहीं गिरा। शुक्रवार को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश गोबरा नवापारा व राजिम में 14-14 सेमी हुई। आरंग में 13, पाटन, मंदिरहसौद, गुंडरदेही, बालोद, मोहला, बलौदाबाजार में 11-11, खड़गवां में 13, धमतरी, पलारी, डौंडी, औंधी, भखारा, पखांजूर, गुरुर में 9-9 सेमी पानी गिरा। इसी तरह माना, अंतागढ़, मानपुर, भिलाई, पिथौरा, मगरलोड, महासमुंद व रायपुर शहर में 8-8 सेमी वर्षा दर्ज की गई।