Mukhyamantri Gyan Protsahan Yojana: छत्तीसगढ़ राज्य सरकार मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना 2024-25 के लिए eduportal.cg.nic.in पर आवेदन आमंत्रित कर रही है। इस कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करेगी।
Mukhyamantri Gyan Protsahan Yojana: शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना 2024-25 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं में मेरिट सूची में आने वाले छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा। सभी पात्र विद्यार्थी 20 नवंबर तक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।
इस संबंध में पंजीयन, सत्यापन और दावा- आपत्ति सहित पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। छात्रों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट स्कॉलरशिप डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन पर जाकर अपना पंजीयन करना होगा। इसके लिए छात्रों को अपनी जन्मतिथि, जाति प्रमाण पत्र, अंकसूची, और बैंक खाता जानकारी जैसे आवश्यक दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। आवेदन के लिए प्रस्तावित समय-सारणी के अनुसार पंजीयन के लिए 20 नवंबर तक की तिथि निर्धारित है।
सत्यापन 21 नवंबर से 27 नवंबर तक किया जाएगा। इसके बाद 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक दावा-आपत्ति मंगाई जाएगी। फिर अंतिम सूची का प्रकाशन एवं वितरण 9 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य राज्य के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन प्रदान करना और उनकी उच्च शिक्षा में सहायता करना है। इस योजना से छात्रों को आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को बल मिलेगा।
इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ सरकार ने की है. वहां अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों की संख्या ज्यादा है, जिनमें शिक्षा का अभाव है। कई आदिवासी बच्चे कम उम्र में ही स्कूल जाना छोड़ देते हैं। ऐसे में उन्हें शिक्षा से जोड़े रखने के लिए राज्य सरकार ने इस योजना का शुभारंभ किया। जिसमें कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि इस प्रोत्साहन से अन्य छात्रों का भी मनोबल बढ़े।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार केवल अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को इस योजना का लाभ दे रही है, जिसमें चुने गए छात्रों को 15 हजार रुपये दिए जाते हैं। इससे छात्रों को शिक्षा जारी रखने के लिए सहायता दी जाती है क्योंकि कई छात्र स्कूल की पढ़ाई के बाद आगे शिक्षा जारी नहीं रखते।