Narayanpur IED Blast: एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने बताया को नारायणपुर में हुई घटना को संज्ञान में लिया गया है। आईईडी विस्फोट की जांच स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) की टीम करेगी।
Narayanpur IED Blast: नारायणपुर जिले के कुतुल-मोहंदी में हुए आईईडी विस्फोट की जांच स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) की टीम करेगी। साथ ही घटनास्थल का मुआयना कर हादसे में घायल और विस्फोट के दौरान मौजूद आईटीबीपी के जवानों से पूछताछ करेगी। एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने बताया को नारायणपुर में हुई घटना को संज्ञान में लिया गया है। इसकी जांच करने के साथ ही नक्सलियों के स्थानीय नेटवर्क को खंगाला जाएगा। विस्फोट की यह घटना 14 जून को सुबह करीब 6.30 बजे आईटीबीपी के जवान एरिया डोमिनेशन में निकले थे।
इसी दौरान नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी में विस्फोट होने से एसी धर्मेंद्र और कॉन्स्टेबल नारद कुमार गंभीर घायल हो गए थे। घटना के बाद उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल में उपचार (Narayanpur IED Blast) कराने के बाद हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया था। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बाद छत्तीसगढ़ में इस यूनिट का गठन किया गया है। इस टीम में शामिल किए गए अफसरों को पीएचक्यू में नियुक्त अफसरों ने तकनीकी ट्रेनिंग दी है।
राज्य सरकार द्वारा 7 मार्च 2024 को गठित एसआईए की टीम पहले प्रकरण की जांच में लिया है। इसका गठन आतंकवाद और नक्सलवादी गतिविधियों के प्रकरणों के जांच के लिए किया गया है। यह टीम एनआईए के साथ समन्वय के लिए राज्य की नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी। गृह विभाग के अधीन एसआईए की जिम्मेदारी एडीजी नक्सल ऑपरेशन को सौंपी गई है। साथ ही गठन के दौरान 74 अधिकारी-कर्मचारी को पदस्थ करने का निर्णय लिया गया है। इस समय एसआईए में दो एएसपी रैंक के अधिकारी पदस्थ है।
फोर्स के जवानों द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियान के चलते नक्सलियों का दायरा सिमटते जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश में धर्मांतरण, गौ तस्करी की घटनाएं हो रही हैं। पिछले दिनों कवर्धा में तस्करों ने (Narayanpur IED Blast) आईएसआईएस की तरह गौ सेवक की गला रेत कर हत्या की गई थी। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने एसआईए बनाने का निर्णय लिया। बता दें कि एसआईए को हाईटेक करने के लिए संसाधन भी जुटाए जाएंगे।