CG Scam: नई आबकारी नीति के तहत लाइसेंस देने से शासन के राजस्व में न्यूनतम 248 करोड़ रुपए का नुकसान होना पाया गया।
CG Scam: राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में 2300 पेज का 6 वां चालान पेश किया। इस घोटाले में जेल भेजे गए विजय भाटिया, अभिषेक सिंह, संजय और उसके भाई मनीष मिश्रा की भूमिका का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि किस तरह से सिडिंकेट में शामिल लोगों के साथ मिलकर अवैध वसूली की। साथ ही 273 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया।
विजय भाटिया को अवैध वसूली से 14 करोड़, अभिषेक सिंह, संजय एवं उसके भाई मनीष मिश्रा ने 11 करोड़ रुपए मिले। वहीं नई आबकारी नीति के तहत लाइसेंस देने से शासन के राजस्व में न्यूनतम 248 करोड़ रुपए का नुकसान होना पाया गया। इस घोटाले में विदेशी शराब पर लिए गए कमीशन और अवैध वसूली की जांच की जा रही है।
ईओडब्ल्यू के विशेष लोक अभियोजक डालेश्वर साहू ने बताया कि 2300 पेज के चालान के साथ 200 पेज की समरी में विजय, अभिषेक, संजय और मनीष की भूमिका का ब्यौरा दिया गया है। इसमें बताया गया है कि शराब घोटाला करने के लिए आबकारी विभाग में एक सिंडिकेट सक्रिय था। जिसमें पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, निरंजन दास, अनवर ढेबर, विकास अग्रवाल, अरविंद सिंह शामिल थे।
उक्त सभी के संरक्षण में कमीशनखोरी की अवैध गतिविधियों संचालित हो रही थी। शराब दुकानों में बिक्री के लिए शराब की सप्लाई पर प्रतिपेटी कमीशन, शराब सप्लायरों को मार्केट शेयर के लिए कमीशन, डिस्टलरियों में अतिरिक्त शराब का निर्माण कर दुकानों में भेजकर उसकी बिक्री की रकम को अलग से एकत्र करने के साथ विदेशी शराब की सप्लाई व्यवस्था में कमीशन लेने के लिए एक अलग व्यवस्था बनाई थी।