Online Fraud: पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय ध्यानपूर्वक वेबसाइट और उससे जुड़े लिंक की सत्यता की जाँच करें।
Online Fraud: ऑनलाइन खरीदारी करते समय अब ग्राहकों पर एक नए तरह की धोखाधड़ी के शिकार होने का खतरा मंडरा रहा है। पुलिस के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक रोजाना लगभग 10 लोग ऐसे धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। हाल ही में वालफोर्ट इांक्लेव पचपेड़ी नाका में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें सास्वत सुराना नामक आवेदक ने अपने रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी साथी प्रियंका जैन ने फेसबूक के माध्यम से ऑनलाइन सामान का ऑर्डर दिया था।
प्रियंका जैन ने जिस वेबसाइट पर ऑर्डर दिया था। वह नकली माल और धोखाधड़ी का जरिया निकला। जब खरीदे गए सामान में कोई गलती या असुविधा होने पर उसे वापस करने की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई, तो आरोपी जो मोबाइल फोन धारक था, उन्होंने एक लिंक भेजा। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद प्रियंका जैन के स्टेट बैंक खाते से तुरंत 50000 रुपए काट लिए गए।
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही वालफोर्ट एन्क्लेव पचपेड़ी नाका स्थित पुलिस थाने में सास्वत सुराना ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू कर आरोपी के संपर्क और लेन-देन की पूरी जांच-पड़ताल की है। जांच अधिकारियों के अनुसार, यह मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक नया उदाहरण है, जिसमें सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर ग्राहकों के खातों से सीधे धन की हेरफेर की जाती है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय ध्यानपूर्वक वेबसाइट और उससे जुड़े लिंक की सत्यता की जाँच करें। किसी भी अनजान स्रोत से प्राप्त लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी विश्वसनीयता का पुष्टि कर लें। बैंक खातों की सुरक्षा के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करने की सलाह दी गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी सास्वत सुराना के नाम से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, परंतु जांच के परिणाम आने तक आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है।
Online Fraud: सभी नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को देने की अपील की गई है। यह मामला ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते प्रचलन के साथ-साथ धोखाधड़ी के नए तरीकों पर ध्यान देने का एक उदाहरण बन चुका है। पुलिस द्वारा इस दिशा में सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जा सके। लोगों के वित्तीय नुकसान को कम किया जा सके।