Cyber Fraud: रायपुर जिले में ही हर साल 10 हजार से अधिक साइबर ठगी के मामले सामने आते हैं। जनवरी से सितंबर 2025 तक पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के 40 करोड़ से अधिक राशि होल्ड कराया है।
Cyber Fraud: राजधानी के साथ प्रदेश भर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पुलिस एक्शन भी ले रही है और अब साइबर ठगी करने वाले अरेस्ट भी हो रहे हैं, लेकिन ठगी के शिकार हुए लोगों को ठगी का पैसा वापस दिलाने के आंकड़े नहीं बढ़ रहे हैं। यह 5 फीसदी भी नहीं हो पाया है। पुलिस ठगी की राशि को होल्ड तो करवा देती है, लेकिन उसे पीड़ितों को वापस नहीं करवा पा रही है।
ऐसे मामले बहुत कम हैं। उल्लेखनीय है कि रायपुर जिले में ही हर साल 10 हजार से अधिक साइबर ठगी के मामले सामने आते हैं। जनवरी से सितंबर 2025 तक पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के 40 करोड़ से अधिक राशि होल्ड कराया है। इसमें से महज 4 करोड़ रुपए ही पीड़ितों को वापस हो पाया है।
ऑनलाइन ठगी की शिकायत करने पर पुलिस ठगी की राशि को होल्ड करवाती है। जितनी राशि होल्ड रहती है, उसे एफआईआर के बाद वापस करने की प्रक्रिया शुरू होती है। पीड़ित को अपने होल्ड राशि को वापस पाने के लिए न्यायालय में आवेदन लगाना पड़ता है। इसमें सुनवाई होने और पुलिस की एनओसी के बाद कोर्ट संबंधित बैंक प्रबंधन को होल्ड राशि पीड़ित को लौटाने का आदेश जारी करती है। इसके बाद पीड़ित को रकम वापस मिलता है।
साइबर ठगी का पैसा खपाने के लिए ठग म्यूल बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके चलते ऑनलाइन ठगी की राशि आसानी से खपा रहे हैं। पुलिस 6000 से अधिक म्यूल खातों को होल्ड करवा चुकी है। इनकी पहचान करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक प्रदेश में वर्ष 2023 से जून 2025 तक एनसीसीआर पोर्टल में ऑनलाइन ठगी की 67,389 शिकायतें मिली थी। इनमें 791 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई थी। इनमें से महज 1820 पीड़ितों का पैसा वसूल कर उन्हें वापस किया गया है।
रायपुर साइबर सेल और रेंज साइबर थाना की टीम पिछले एक साल में ऑनलाइन ठगी के मामले में 320 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपियों ने 50 करोड़ से अधिक की ठगी की, लेकिन उनसे राशि बरामद नहीं हुई है। हालांकि 40 करोड़ से अधिक राशि को होल्ड कराया गया है। यह राशि पीड़ितों को वापस नहीं हो पाई है। रायपुर की तरह दूसरे जिलों का भी यही हाल है।
ऑनलाइन ठगी की राशि को आरोपी एक के बाद एक कई म्यूल बैंक खातों में ट्रांसफर करते हैं। उस राशि को बचाने के लिए मल्टीपल बैंक खातों को होल्ड करना पड़ता है। इस कारण उस राशि की रिकवरी भी उतनी मुश्किल होती है। कई मामलों में साइबर ठगों ने 200 से अधिक बैंक खातों में रकम ट्रांसफर किया है। फिर कुछ चुनिंदा खातों में पैसा ट्रांसफर करके निकाल लिया।
साइबर ठग अक्सर कई बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करते हैं। उस राशि को बचाने के लिए उतने बैंक खातों को होल्ड कराया जाता है। इसके बाद न्यायालय और बैंक प्रबंधन पीड़ितों को होल्ड राशि वापस करने की प्रक्रिया करती है। इस प्रक्रिया को और बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि पीड़ितों को होल्ड राशि जल्द मिल सके। -प्रदीप गुप्ता, एडीजी, तकनीकी सेवाएं, पुलिस मुख्यालय