एक से पांच घंटे विलंब से फ्लाइटों का संचालन होने के कारण विदेश जाने के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट तक नहीं मिलेगी। इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा। उनका कहना था कि कोई भी फ्लाइट अपने निर्धारत समय से उड़ान नहीं भर रही है।
यात्रियों ने फ्लाइटों की लेटलतीफी से नाराज होकर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर के टर्मिनल भवन में जमकर हंगामा किया। साथ ही विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों और एयरपोर्ट प्रबंधन पर जमकर भड़ास निकाली। यात्रियों का कहना था कि उन्हें गुमराह करने के लिए वस्तुस्थिति की जानकारी नहीं दी जा रही है।
घंटों तक एयरपोर्ट में बैठकर वे फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। इस कारण जरूरी कामकाज प्रभावित हो रहा है। एक से पांच घंटे विलंब से फ्लाइटों का संचालन होने के कारण विदेश जाने के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट तक नहीं मिलेगी। इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा। उनका कहना था कि कोई भी फ्लाइट अपने निर्धारत समय से उड़ान नहीं भर रही है। बता दें कि पिछले तीन दिन से फ्लाइटों के विलंब से आने का सिलसिला चल रहा है। गिनती की कुछ फ्लाइटों को छोड़कर सभी फ्लाइटें विलंब से चल रही हैं।
सुबह की कोलकाता फ्लाइट निरस्त, मुंबई की सुबह 8.40 वाली 9.15 बजे , इंदौर की सुबह 10.25 वाली दोपहर 3.30 बजे, गोवा की 9.55 वाली दोपहर 2.15 को, हैदराबाद 10.30 वाली दोपहर 1.10 को, दिल्ली दोपहर 12.15 वाली 1.15 और दूसरी 1.45 वाली 3.15 को, कोलकाता की शाम 4.25 वाली 5.30 को, अहमदाबाद की शाम 5.30 वाली 8.10 को पुणे की शाम 7.50 वाली रात 9.50 के साथ ही अन्य फ्लाइटें भी विलंब से चल रही हैं।
रायपुर के एक कारोबारी ने गोवा में विवाह समारोह के लिए 100 टिकटों को बुक कराया था जहां आज महिला संगीत और अन्य रस्में होनी थी लेकिन, फ्लाइट के संचालन को लेकर सटीक जानकारी नहीं देने पर कारोबारी परिवार हलाकान होता रहा। उनका कहना था कि अगर यही हालात रहे तो विवाह समारोह को निरस्त करना पड़ सकता है।
बता दें कि डीजीसीए के नए नियमों में चालक दल के लिए ज्यादा आराम के घंटे और अधिक मानवीय रोस्टर (काम की समय-सारणी) अनिवार्य कर दिए गए हैं। हालांकि, इंडिगो अपने विशाल उड़ान नेटवर्क को इन सख्त नए मानदंडों के अनुसार फ्लाइटों के संचालन को व्यवस्थित करने में जुटी हुई है। इसके कारण ही फ्लाइटें विलंब से संचालित हो रही है।