Swadeshi Mela Raipur: रायपुर में भारतीय विपणन विकास केंद्र की ओर से इस वर्ष भी स्वदेशी मेला रायपुर 2025-26 का आयोजन किया जाएगा।
Swadeshi Mela Raipur: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारतीय विपणन विकास केंद्र की ओर से इस वर्ष भी स्वदेशी मेला रायपुर 2025-26 का आयोजन किया जाएगा। यह मेला 18 से 25 दिसंबर तक साइंस कॉलेज मैदान में लगेगा। इस आयोजन में 350 से अधिक स्वदेशी वस्तुओं के स्टॉल एक ही स्थान पर लगेंगे, जिनमें हस्तशिल्प, वस्त्र, आभूषण, घरेलू सामान, हर्बल उत्पाद और पारंपरिक वस्तुएं शामिल होंगी।
इसके साथ ही प्रतिदिन मेंहदी, रंगोली, चित्रकला और समूह नृत्य जैसी प्रतियोगिताएं होंगी। मेले में छत्तीसगढ़ सहित गुजरात, राजस्थान, पंजाब, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के सांस्कृतिक झरोखे और पारंपरिक व्यंजन आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
साथ ही समसामयिक विषयों पर संगोष्ठियां भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें विशेषज्ञ विचार साझा करेंगे। मेला संयोजक केदार गुप्ता, सह संयोजक जसप्रीत सिंह सलूजा और मनीषा सिंह, सचिव अमरजीत सिंह छाबड़ा, महिला प्रमुख आरती दुबे एवं सह प्रमुख सीमा शर्मा होंगी।
मेले में केवल उत्पाद ही नहीं, बल्कि भारत की विविध संस्कृति का रंग भी दिखाई देगा। छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, ओडिशा और आंध्रप्रदेश सहित कई राज्यों के पारंपरिक लोकनृत्य, लोकगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम रोजाना शाम को आयोजित किए जाएंगे। साथ ही विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे, जिससे आगंतुकों को एक ही जगह पर पूरे भारत का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा।
मेला समिति की ओर से बच्चों और युवाओं के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी गई हैं- मेंहदी, रंगोली, चित्रकला, हस्तकला प्रदर्शन और समूह नृत्य प्रतियोगिता इनमें प्रमुख हैं। विजेताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।
मेले में प्रत्येक दिन किसी न किसी सामयिक या सामाजिक विषय पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा आयोजित की जाएगी। ‘स्वदेशी से स्वावलंबन’, ‘पर्यावरण संरक्षण में स्वदेशी की भूमिका’, ‘युवा और रोजगार सृजन’, जैसे विषयों पर वक्ता अपने विचार साझा करेंगे।
इस वर्ष मेले के संयोजक केदार गुप्ता होंगे, सह संयोजक जसप्रीत सिंह सलूजा और मनीषा सिंह, जबकि सचिव अमरजीत सिंह छाबड़ा होंगे। मेला महिला प्रमुख आरती दुबे और सह प्रमुख सीमा शर्मा को बनाया गया है। समिति ने बताया कि मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और इस बार अधिक सुविधाजनक पार्किंग, साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
रायपुर के इस स्वदेशी मेले के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण और स्थानीय कारीगरों को अपने उत्पादों के विपणन का बड़ा मंच मिलेगा। इससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ेगी, बल्कि प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी।