Tehsildar Strike: पिछले 12 दिनों से हड़ताल कर रहे तहसीलदारों की मांगों पर सहमति बनने के बाद आखिरकार खत्म हो गया। दूसरी ओर स्वीपर नियमितीकरण की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे एक कर्मचारी की हालत बिगड़ गई..
Tehsildar Strike: पिछले 12 दिनों से चल रही तहसीलदारों की हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गई। राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा से राजस्व संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात के बाद हड़ताल समाप्ति की घोषणा की। ( CG News) बता दें कि राजस्व संघ के संसाधन नहीं तो काम नहीं सिद्धांत पर आधारित 17 सूत्रीय मांगों की पूर्ति के लिए विगत सकारात्मक पहल नहीं होने पर 28 जुलाई से चरणबद्व आंदोलन पर बैठे थे।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने राजस्व अधिकारी संघ के प्रतिनिधि मंडल को उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया। राजस्व मंत्री ने कहा, राजस्व विभाग शासन की रीढ़ है, और अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी समस्याओं को शासन गंभीरता से लेता है और उचित समाधान के लिए कटिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि तहसीलदारों की हड़ताल से राजस्व से संबंधित काम भी प्रभावित हो रहे थे।
तूता धरनास्थल पर नियमितीकरण की मांग को लेकर कर्मचारियों का धरना जारी है। विशेष भर्ती अभियान के तहत आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग ने 186 पूर्णकालीन स्वीपर नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है। संघ के सदस्य भूख हड़ताल पर भी बैठ रहे हैं।
बुधवार को सामूहिक अनशन का तीसरा दिन रहा। भूख हड़ताल के दौरान संघ के सदस्य दिनेश कर्मा और मानसय कश्यप बेहोश हो गये। उनको 108 के द्वारा अभनपुर में भर्ती कराया गया।गौरतलब है कि बस्तर जिला स्कूल आश्रम, छात्रावास शासकीय चतुर्थ वर्ग कर्मचारी कल्याण संघ जगदलपुर के सदस्य पैदल चलकर तूता धरनास्थल अपनी मांग को लेकर पहुंचे थे।