डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का कार्य नहीं आ पा रही पटरी पर, सौंदर्यीकरण के लिए पूर्व में किए गए प्रयासों पर भी नहीं ध्यान
बीना. स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए जल्द ही टीम शहर का निरीक्षण करेगी और उसके आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी, लेकिन इसके लिए नगर पालिका तैयार नहीं है। स्थिति यह है कि मुख्य सड़कों पर भी अच्छे से सफाई न होने से धूल के गुबार उड़ते हैं और वार्डों के अंदर जगह-जगह कचरे के ढेर नजर आ जाते हैं। इसके बाद भी अधिकारी स्वच्छता को लेकर गंभीर नहीं हैं। इसको लेकर पार्षद भी लगातार शिकायतें कर रहे हैं।
स्वच्छता को लेकर शहर में डिवाइडर सहित अन्य जगहों पर जागरूकता स्लोगन लिखे जा रहे हैं। इनके माध्यम से लोगों को सफाई रखने, पॉलीथिन का उपयोग न करने सहित अन्य संदेश दिए जा रहे हैं। इसके अलावा सफाई को लेकर कोई कार्य नहीं हो रहे हैं। मुख्य सड़कों पर धूल उड़ रही है, क्योंकि सही तरीके से झाडू नहीं लग रही है। डिवाइडरों के बाजू से ही धूल के ढेर लगे हुए हैं। वार्डों के अंदर स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां सड़क किनारे, खाली प्लाटों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कार्य भी पिछले तीन महीनों से बेपटरी है। कई-कई दिनों के अंतराल से गाड़ी पहुंच रही हैं या फिर कई जगह पहुंच ही नहीं रही है। इसको लेकर सुधार भी नहीं हो पा रहा है।
जिन चीजों में मिली थी अच्छी रैंकिंग, उसपर ध्यान नहीं
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सबसे अच्छी रैंकिग बीना को मिली थी, इसके लिए बेलई तिराहा स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड को खत्म कुरुआ के पास एफएसटीपी प्लांट व कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाया था, लेेकिन अब बेलई तिराहा और कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर कचरा के ढेर लगे हैं। कबाड़ से पार्क तैयार गिए थे, जिसके अंक भी अच्छे मिले थे, जो अब धूल खा रहे हैं। राजीव गांधी वार्ड को आत्मनिर्भर वार्ड बनाया था, जहां कंपोस्टिंग मशीन लगाकर गीले कचरा से खाद बनाया गया था। इन कार्यों पर ध्यान न देने से 2023 से की रैंकिंग गिरी थी और इस बार सबसे खराब रैंकिंग आएगी।
2022 में फास्ट मूविंग शहर में मिला था दूसरा स्थान
वर्ष 2022 में फास्ट मूविंग शहर में भी नपा को देश में दूसरा स्थान मिला था, लेकिन अब अधिकारी, कर्मचारियों की लापरवाह के चलते पिछले कुछ माह से सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। शाम को झाडू नहीं लग रही है और कचरा गाड़ी शाम को दुकानों से कचरा लेने आ रही है। शराब दुकानों के पास खाली डिस्पोजल के ढेर लगे हुए हैं और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, पॉलीथिन पर रोक लगाने जांच तक नहीं जा रही है।
फैक्ट फाइल
वर्ष 2022 रैंकिंग
स्टेट-7
जोनल-16
वर्ष 2023 रैंकिंग
स्टेट-85
जोनल-22