
आप लोग बड़े पर्दे पर फिल्में देखने जाते हैं, उसमें आपको एक अलग दुनिया दिखाई देती है। कहीं घर, कहीं पेड़ और कहीं बड़े-बड़े पहाड़। ये सारा खेल लाइट का होता है, मूल में ये केवल चित्रों का जाल है। ऐसी ही दुनिया में जगदीश का खेल चल रहा है, वही अलग-अलग रूपों में दर्शन दे रहे हैं। यह बात खेल परिसर के बाजू वाले मैदान में संत चिन्मयानंद ने भागवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को कही। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण की अनेक लीलाएं ब्रज में हुई। जन्मोत्सव के बाद भगवान ने मात्र 14 दिनों में पूतना का वध किया और उसको मोक्ष प्रदान किया। जो भगवान को भजते हैं उनको तो भगवान मुक्त करते ही हैं, लेकिन जिन को भगवान मारते हैं वह भी भगवान के द्वारा मुक्त ही होते हैं।
संत ने कहा, भगवान ने जो माखन चोरी की लीला की है वह लीला हमें संदेश देती है कि अपने मित्रों के साथ उनके जैसे बनकर ही व्यवहार करें। जहां पर कोई ऊंच-नीच ना हो। कोई बड़ा छोटा ना हो। सभी के साथ समान व्यवहार हो और समाज में प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे के प्रति समान भाव रखें। ऐसा ही भाव सभी के मन में होना चाहिए।
बापू ने कहा कि भगवान की जो गोपियों के वस्त्र चुराने की जो लीला है उसमें भी भगवान ने गोपियों की अविद्या का हरण किया, क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है कि किसी भी नदी या सरिता में हमें नग्न होकर स्नान नहीं करना चाहिए। काली मर्दन की लीला से भी हमें यह शिक्षा लेनी चाहिए कि हमारी जीवन में किसी भी प्रकार का अहंकार नहीं होना चाहिए। काला नाग यमुना में जिस जगह में रहता था उस जगह का जल उसने इतना दूषित कर के रखा था। कोई भी व्यक्ति उसके पास जाए, तो मृत्यु के अधीन पहुंच जाता। उसे इस बात का घमंड हो गया। भगवान ने उसके घमंड को चकनाचूर किया।
गोवर्धन लीला की कथा सुनाते हुए कहा कि इंद्र अपनी पूजा कराते कराते बहुत अभिमान में आ गया था। भगवान ने यह संदेश दिया कि इन वृक्षों पर फल फूल लगते हैं। जिन वृक्षों की लकडिय़ां हमें भोजन बनाने में सहायता प्रदान करती हैं। जहां पर गौ माता विचरण करती है ऐसे गोवर्धन नाथ की पूजा हमें करनी चाहिए। जो गोवर्धन नाथ सबको अपनी शरण में रखते हैं हम ऐसे गिरिराज की पूजा करें। पर्यावरण की सुरक्षा का विशेष संदेश गोवर्धन पूजा से भगवान ने दिया है।
मध्यप्रदेश शासन के केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत व भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी ने व्यास पीठ से कथावाचक को शॉल-श्रीफल भेंट किया। बापू का आशीर्वाद लिया। कथा में मुख्य यजमान अनिल तिवारी, प्रतिभा तिवारी, शिवशंकर मिश्रा, मुख्य सह यजमान शिल्पा तिवारी, नीरज तिवारी, अनुश्री जैन, उमेश मिश्रा, अजय श्रीवास्तव, पूर्व विधायक सुनील जैन व राजकुमार अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे। शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण और माता रुक्मणि का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
Published on:
20 Dec 2025 04:28 pm
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