मजाक बनकर रह गए शहर के वन-वे सागर. शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ मार्गों को वन-वे किया गया है, लेकिन यहां ढेरों विसंगतियां व लापरवाहियां देखने को मिल रहीं हैं। गुरुवार को पत्रिका की टीम ने विजय टॉकीज से राहतगढ़ बस स्टैंड को जाने वाले वन-वे की जमीनी हकीकत देखी, जहां पर […]
मजाक बनकर रह गए शहर के वन-वे
सागर. शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ मार्गों को वन-वे किया गया है, लेकिन यहां ढेरों विसंगतियां व लापरवाहियां देखने को मिल रहीं हैं। गुरुवार को पत्रिका की टीम ने विजय टॉकीज से राहतगढ़ बस स्टैंड को जाने वाले वन-वे की जमीनी हकीकत देखी, जहां पर यातायात व्यवस्था बेपटरी मिली। दोपहर 2 बजे से 2.30 बजे तक आधे घंटे के समय में 60 से ज्यादा ऑटो रॉन्ग साइड से जाते देखे गए। यही वजह है कि मार्ग पर पूरे दिन यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है।
टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां पर एक भी यातायात पुलिस का जवान नहीं मिला। व्यवस्था बनाए रखने के लिए उक्त क्षेत्र में एक यातायात पुलिसकर्मी तैनात रहता था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह व्यवस्था भी बंद है। बैरिकेड्स सड़क किनारे धूल खा रहे हैं, जबकि ऑटो चालक बेखौफ होकर जाम की जड़ बनते जा रहे हैं।