गर्ल्स डिग्री कॉलेज में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ। अतिथियों के रूप में कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक उपस्थित रहे।
गर्ल्स डिग्री कॉलेज में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू
सागर. गर्ल्स डिग्री कॉलेज में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ। अतिथियों के रूप में कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक उपस्थित रहे। डॉ. एसएन पचौरी, डॉ. गायत्री यादव, डॉ. अर्चना भार्गव, डॉ. अर्चना वर्मा, डॉ. आशा पाराशर, डॉ. इला तिवारी, डॉ. मनोज श्रीवास्तव, प्राचार्य डॉ. आनंद तिवारी, डॉ. निशा का छात्राओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्राचार्य डॉ. आनंद तिवारी ने कहा गुरु पांच प्रकार के होते हैं। सबसे पहली गुरु मां होती है, जो हमें संस्कार सिखाती है। दूसरे गुरु पिता हैं जो साहस देते हैं। तीसरा गुरु शिक्षा, चौथे अध्यात्म और पांचवें गुरु स्वयं होते हैं। जो अंधकार से प्रकाश की ओर जो ले जाए वह गुरु है। डॉ. रश्मि दुबे ने कहा कि पूरी पृथ्वी को अगर हम कागज बना दें फिर भी हम गुरु का बखान नहीं लिख सकते।
डॉ. निशा ने कहा कि गुरु की उपस्थिति में शिष्य धीर एवं गंभीर बनता है। अज्ञान से ज्ञान की ओर गुरू अपने तप, शिक्षा और स्वाध्याय के माध्यम से ले जाता है। डॉ. गायत्री यादव ने छात्राओं से कहा कि जिस विषय में रूची हो वे उसमें ही अपना भविष्य बनाएं। डॉ. एसएन पचौरी, डॉ. आशा पाराशर, डॉ. इला तिवारी, डॉ. अर्चना भार्गव, डॉ. अर्चना वर्मा, डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ. अपर्णा चाचौंदिया और आभार डॉ. सुनीता त्रिपाठी ने माना।