सागर

छोटे-बड़े सभी जल स्रोतों के अतिक्रमण को लेकर रखें जीरो टॉलरेंस

सीमांकन, मुनारों समेत समानांतर रूप से करें खसरा अपडेशन सागर. जिले के सभी छोटे-बड़े जल स्रोतों, नदी, नालों पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को लेकर जीरो टॉलरेंस यानी शून्य सहनशीलता के तहत कार्य करें। सभी एसडीएम मौके पर जाकर जल स्त्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराएं। तालाबों, अन्य जल स्रोतों के सीमांकन के साथ वहां […]

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May 20, 2025
जल गंगा संवर्धन अभियान

सीमांकन, मुनारों समेत समानांतर रूप से करें खसरा अपडेशन

सागर. जिले के सभी छोटे-बड़े जल स्रोतों, नदी, नालों पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को लेकर जीरो टॉलरेंस यानी शून्य सहनशीलता के तहत कार्य करें। सभी एसडीएम मौके पर जाकर जल स्त्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराएं। तालाबों, अन्य जल स्रोतों के सीमांकन के साथ वहां मुनारें अवश्य बनवाएं, साथ ही समानांतर रूप से खसरा अपडेशन का भी कार्य करें। यह निर्देश कलेक्टर संदीप जीआर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि जिले में छोटी नदी, नालों के पुनर्जीवन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए संबंधित विभाग गंभीरता से लें। यह कार्य औपचारिकता तक सीमित न रहे, बल्कि जमीनी स्तर पर परिणाम दिखने चाहिए। अभियान की प्रगति की दैनिक समीक्षा की जाएगी। संबंधित अधिकारी और विभागीय प्रमुख अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों की फोटो, वीडियो और प्रगति रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने कहा कि जल संरक्षण किसी एक विभाग का कार्य नहीं है, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। यदि आज हम पानी नहीं बचाएंगे, तो आने वाली पीढि़यां संकट में होंगी।

स्टॉप डेम, चेक डैम बनाकर रोकें पानी

बैठक में कहा गया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में भूजल स्तर को सुधारने की दिशा में स्टॉप डेम, चेक डैम की मदद से प्रगति लाई जा सकती है। पंचायत स्तर पर जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जल संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और मनरेगा के तहत इन कार्यों को तेजी से लागू किया जाए। इस वर्ष मानसून से पहले ही अधिक से अधिक इस प्रकार की जल संरचनाएं बनाकर तैयार की जाएं।

Published on:
20 May 2025 09:11 pm
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