सागर

दो दशक से नोटिस कटते रहे, इधर खड़ी होती गईं अवैध कॉलोनियां, जिले में पांच सौ से ज्यादा

सागर. बीते दो दशक में अवैध कॉलोनियों के मकडज़ाल ने सागर नगर निगम क्षेत्र समेत पूरे जिले के विकास को ग्रहण लगा दिया है। नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर नोटिस जारी होते रहे, दूसरी ओर अवैध कॉलोनियों की संख्या बढ़ती गई। पूर्व में जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक जिले में […]

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Apr 19, 2025
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  • नगर निगम प्रशासन ने डेढ़ साल पहले 170 अवैध कॉलोनियों को जारी किए थे नोटिस
  • अवैध कॉलोनियां काटने वालों पर एफआइआर दर्ज करने लोकायुक्त ने जारी किए थे निर्देश, लेकिन सिर्फ दो एफआइआर ही बस कीं

सागर. बीते दो दशक में अवैध कॉलोनियों के मकडज़ाल ने सागर नगर निगम क्षेत्र समेत पूरे जिले के विकास को ग्रहण लगा दिया है। नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर नोटिस जारी होते रहे, दूसरी ओर अवैध कॉलोनियों की संख्या बढ़ती गई। पूर्व में जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक जिले में 500 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां बीते वर्षों में कतिपय लोगों द्वारा विकसित की गईं हैं, जिसमें 170 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां अकेले नगर निगम क्षेत्र में हैं।

हर सर्वे में बदल जाती है संख्या

अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने के लिए वर्ष-2016 में जब शासन ने नए नियम जारी किए थे, तब सागर नगर निगम क्षेत्र में 272 अवैध कॉलोनियां बताईं गई थीं। इसके बाद वर्ष-2018 और फिर उसके बाद 2023 में हुए सर्वे में 170 अवैध कॉलोनियां होने की बात कही गई। इनको नोटिस भी जारी किए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही हाल पूरे जिले का है। मकरोनिया, रहली, देवरी, गढ़ाकोटा क्षेत्र में 60 से ज्यादा लोगों को अवैध कॉलोनी काटने पर नोटिस दिए गए थे, लेकिन बाद में मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

लोकायुक्त के निर्देशों को भी नहीं माना

वर्ष-2016 में जांच-पड़ताल के बाद अवैध कॉलोनी काटने वाले लोगों का मामला लोकायुक्त भोपाल पहुंचा। यहां पर सुनवाई के बाद गोपालगंज और मोतीनगर पुलिस को एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज की, लेकिन निगम प्रशासन ने पुलिस को अवैध कॉलोनी से जुड़े दस्तावेज ही उपलब्ध नहीं कराए, जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो पाई। सागर नगर निगम को उक्त मामले को आधार बनाकर ही अवैध कॉलोनियां विकसित करने वालों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।

डेढ़ दशक में 200 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां बनीं

प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़े लोगों का दावा है कि नगर निगम क्षेत्र और इससे लगे इलाकों में पिछले 15 सालों में 200 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां का निर्माण हुआ है। अवैध कॉलोनियों के मामले में निगम प्रशासन अब तक सिर्फ नोटिस जारी करने तक ही सीमित रहा है।

यहां विकसित हुईं सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियां

बाघराज, शिवाजी वार्ड, कनेरादेव, तिली, गोपालगंज, मोतीनगर, रविदास वार्ड, वि_लनगर, काकागंज, पंतनगर, अंबेडकर वार्ड, शास्त्रीवार्ड, सुभाषनगर आदि क्षेत्रों में सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियों का निर्माण हुआ है।

फैक्ट फाइल

- 500 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां जिले में होने का अनुमान

- 170 लोगों को निगम प्रशासन ने डेढ़ साल पहले जारी किए थे नोटिस

- 272 अवैध कॉलोनियां निगम क्षेत्र में 2017 में बताई थीं

फाइल तैयार हो रही है

अवैध कॉलोनियों की पड़ताल के लिए पिछले सप्ताह निर्देश दिए थे। फाइल तैयार हो रही है। जल्द ही संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू होगी। - संदीप जीआर, कलेक्टर

Published on:
19 Apr 2025 05:10 pm
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