बीटीआईआरटी कॉलेज में 16 से 21 नवंबर तक पट्टाचार्य विशुद्ध सागर के ससंघ सानिध्य पंचकल्याण का आयोजन हो रहा है। पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की शुरुआत घट यात्रा के साथ आचार्य संघ की अगवानी बम्होरी तिराहे से कार्यक्रम स्थल तक होगी। संतोष घड़ी परिवार कार्यक्रम करा रहा है।
बीटीआईआरटी कॉलेज में 16 से 21 नवंबर तक पट्टाचार्य विशुद्ध सागर के ससंघ सानिध्य पंचकल्याण का आयोजन हो रहा है। पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की शुरुआत घट यात्रा के साथ आचार्य संघ की अगवानी बम्होरी तिराहे से कार्यक्रम स्थल तक होगी। संतोष घड़ी परिवार कार्यक्रम करा रहा है। इस कार्यक्रम में पाषाण से भगवान बनाने की प्रक्रिया 6 दिन तक चलेगी पहले दिन गर्भकल्याणक, जन्म कल्याणक, तप कल्याणक, ज्ञान कल्याणक और 21 नवंबर को मोक्ष कल्याणक के साथ पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की फेरी होगी । बीटीआईआरटी कॉलेज में शांतिनाथ भगवान का जिनालय तैयार किया गया है। इसका पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव हो रहा है कार्यक्रम में भारतवर्ष से लोगों के आने की संभावना है लगभग 1250 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन इसमें हो चुके हैं। मुकेश जैन ढाना ने बताया कि ध्वजारोहण कार्यक्रम सुबह 8.29 पर होगा 5 ध्वजारोहण कर्ता ध्वजारोहण करेंगे।
आचार्य विशुद्ध सागर ससंघ जबलपुर से विहार कर पांचवें दिन शाम को बन्नाद गांव पहुंचे। उसके पहले ढाना में आचार्य ससंघ की अगवानी की गई जगह-जगह रंगोली डालकर और पाद प्रक्षालन कर आचार्य संघ की भव्य अगवानी की गई। आचार्य संघ ने दोनों जिनालय के दर्शन किए। ढाना में डॉ. रमेश जैन, डॉ. नरेश जैन, माखनलाल जैन, मनोज जैन, आदि ने आचार्यश्री से आशीर्वाद लिया और उसके बाद रात्रि विश्राम स्थल बन्नाद के लिए विहार किया। 16 नवंबर को सुबह 6.15 बजे संघ का मंगल विहार बन्नाद गांव से होगा और 7 बजे बम्होरी चौराहे से घट यात्रा जुलूस प्रारंभ हो जाएगा। प्रतिष्ठाचार्य जय कुमार निशांत टीकमगढ़ और सनत जैन, विनोद जैन रजवांस हैं।