शहर में पिछले चार दिनों से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी की वजह से शहर की प्यास बुझाने वाले राजघाट का जलस्तर तेजी से गिर रहा है। 45 डिग्री सेल्सियस चली पारे की चाल के चलते राजघाट बांध से इतने पानी का वाष्पीकरण हो गया है, जितने में शहर के तीन लाख लोग तीन दिन तक अपनी प्यास बुझा सकते थे। अभी बांध का जल स्तर 508.20 मीटर है।
तेज गर्मी से प्रतिदिन 5 सेंटीमीटर रीत रहा बांध
सागर . शहर में पिछले चार दिनों से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी की वजह से शहर की प्यास बुझाने वाले राजघाट का जलस्तर तेजी से गिर रहा है। 45 डिग्री सेल्सियस चली पारे की चाल के चलते राजघाट बांध से इतने पानी का वाष्पीकरण हो गया है, जितने में शहर के तीन लाख लोग तीन दिन तक अपनी प्यास बुझा सकते थे। अभी बांध का जल स्तर 508.20 मीटर है। गर्मी में पेयजल आपूर्ति व वाष्पीकरण से बांध का जल स्तर रोज 5 सेंटीमीटर गिर रहा है। 88-90 एमएलडी पानी रोज बांध से पेयजल सप्लाई के लिए उठाया जा रहा है। यदि आने वाले दिनों में ऐसी ही गर्मी हुई तो जून माह में ही शहर में पेयजल का संकट हो जाएगा। शहर में गुरुवार को भी सुबह से ही सूरज ने अपने तेवर दिखाए। बादलों की आवाजाही के बावजूद गर्मी से राहत नहीं मिली।
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिनभर लोग लू से परेशान रहे। रात में भी गर्म हवाओं से राहत नहीं मिली। भीषण गर्मी की वजह से घरों में एसी और कूलर ने भी काम करना बंद कर दिया है। तपती गर्मी से गुरुवार को भी राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार 14 जून से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। इसके बाद हल्की बारिश शुरू हो सकती है, जहां बारिश नहीं होगी, वहां गर्मी का असर बना रहेगा।
आज भी चलेगी लू
विभाग ने सागर में गुरुवार को भी लू का अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जरूरी काम से ही लोग घरों के बाहर निकले। लू लगने पर सिरदर्द, बुखार, उल्टी, बेहोशी, कमजोरी, शरीर में ऐंठन जैसे लक्षण दिखते हैं। ऐसे में व्यक्ति को छायादार स्थान पर लिटाएं, ठंडी पट्टियां रखें और पेय पदार्थ जैसे कच्चे आम का पना पिलाएं।