Chitrakoot Express एमपी में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सतना के पास मैहर रेलवे स्टेशन पर बड़ा रेल हादसा टल गया। य
Chitrakoot Express रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सतना के पास मैहर रेलवे स्टेशन पर बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां एक ट्रेन थ्रू निकल रही थी जिसके सिग्नल भी दे दिए गए लेकिन तभी लोको पायलट ने अपनी ट्रेन आगे बढ़ा दी। दैवयोग से कोई दुर्घटना नहीं हुई लेकिन इससे सतना से लेकर जबलपुर तक हड़कंप मच गया। मैहर में सिग्नल ओवरशूट के मामले में लोको पायलट सहित पांच कर्मचारी निलंबित कर दिए गए हैं।
मैहर रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा टल गया। यहां दो नंबर प्लेटफॉर्म से मंडपम एक्स्रपेस को थ्रू (स्टेशन में बिना रोके) निकालना था। ट्रेन के लिए सिग्नल भी दिया जा चुका था। उधर, प्लेटफॉर्म 3 पर खड़ी जबलपुर-लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस का चालक दल यह समझ बैठा कि सिग्नल उनकी ट्रेन के लिए मिला था। रनिंग स्टॉफ ने गाड़ी आगे बढ़ा दी।चित्रकूट एक्सप्रेस ट्रेन जब रेड सिग्नल को क्रॉस कर गई, तब चालक दल को इस लापरवाही का पता चला। उसने फौरन इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी रोक दी। गाड़ी प्लेटफॉर्म से निकली थी, तो स्पीड नहीं थी।
मामला मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पौने 3 बजे का है। दोनों गाड़ियों का रुख जबलपुर की तरफ था। लंबी दूरी की गाड़ी के लिए सिग्नल के बाद दूसरी ट्रेन द्वारा सिग्नल ओवरशूट करने की घटना से सतना से लेकर जबलपुर तक हड़कंप मच गया।
रेलवे ने गुरुवार शाम को मंडल स्तर की जांच टीम गठित की, जिसने शुरुआती तौर पर मामले में चित्रकूट एक्सप्रेस के चालक दल की लापरवाही मानते हुए पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित सभी कर्मचारी सतना के लॉबी क्रू के सदस्य हैं।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि लोको पायलट बालाजी गुप्ता, असिस्टेंट लोको पायलट सूर्य नारायण द्विवेदी, सीएलआइ टीके मिश्रा, अशेाक कुमार व गार्ड कृष्ण कुमार को निलंबित किया है। मामले की जांच अभी जारी है। निलंबित कर्मचारियों को जबलपुर मंडल कार्यालय में अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा।