रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के जोन तीन में शाम की पारी में जोन तीन स्थित एक पानी के तालाब के बाहर एक कछुआ धूप सेक रहा था। तभी अचानक वहां पर बाघिन एरोहैड की बेटी रिद्धी यानि टी-124 आ गई।
सवाईमाधोपुर। आम तौर पर वन्यजीवन को अचरज भरा माना जाता है। यहां पर कई बार ऐसी घटनाएं और दृश्य देखने को मिलते हैं, जिनको देखने के बाद आंखों पर यकीन नहीं होता है। ऐसा ही एक रोचक नजारा शनिवार शाम को रणथम्भौर पार्क भ्रमण के दौरान देखने को मिला।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के जोन तीन में शाम की पारी में जोन तीन स्थित एक पानी के तालाब के बाहर एक कछुआ धूप सेक रहा था। तभी अचानक वहां पर बाघिन एरोहैड की बेटी रिद्धी यानि टी-124 आ गई। बाघिन ने अचानक ही कछुए पर हमला कर दिया और कछुए को अपना शिकार बना लिया। बाघिन को कछुए का शिकार करते देख पर्यटक रोमांचित हो उठे और उन्होंने इस नजारे को कैमरे में कैद किया।
रणथम्भौर में बाघिन के कछुए का शिकार करने का यह कोई पहला मामला नहीं हैं। इससे पहले भी यहां बाघिन कछुए को अपना शिकार बना चुकी है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघिन रिद्धी ने यह कारमाना दूसरी बार किया है। इससे पहले अप्रेल 2023 में भी बाघिन रिद्धी ने पानी में उतरकर एक कछुए का शिकार किया था। ऐसे में कछुए को अपना दूसरी बार निवाला बनाने वाली बाघिन रिद्धी रणथम्भौर की पहली बाघिन बन गई है।