आए दिन ट्रैप होने के बावजूद रिश्वतखोर नहीं आ रहे बाज, दो माह में जिले में तीसरी बड़ी कार्रवाई
सिवनी. जिले में रिश्वतखोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन लोकायुक्त टीम दबिश देकर रिश्वतखोरों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर रही है। इसके बावजूद भी मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। डेढ़ माह में धनौरा में दूसरी बार शुक्रवार को लोकायुक्त टीम ने सरकारी वेयर हाउस मैनेजर आरोपी मुकेश परमार(41) को 15000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। जिले में दो माह में लोकायुक्त की यह तीसरी कार्रवाई थी। बड़ी बात यह थी कि इससे पहले 31 अक्टूबर 2025 को शुक्रवार का ही दिन था और इस बार भी लोकायुक्त ने 12 अक्टूबर को शुक्रवार का ही दिन रिश्वतखोर को ट्रैप करने के लिए चुना। बता दें कि धनौरा में मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन शाखा के आरोपी वेयरहाउस मैनेजर मुकेश परमार को 15000 रुपए की रिश्वत लेते हुए जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने शुक्रवार दोपहर शाखा ऑफिस में ही रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। धनौरा गांव निवासी जैन वेयर हाउस संचालक आवेदक सुरेन्द्र जैन(58) ने लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर में की थी। शिकायत में आवेदक ने बताया था कि उसका नाई पिपरिया गांव में वेयरहाउस है। जहां धान खरीदी का केंद्र बनाया गया है। सरकारी वेयर हाउस मैनेजर मुकेश परमार वेयर हाउस में अव्यवस्था बताकर धान खरीदी केंद्र किसी और जगह करना चाह रहा था। आवेदक ने जब मैनेजर से ऐसा करने से मना किया तो उसने 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। बातचीत में आरोपी 15000 रूपये रिश्वत लेने के लिए तैयार हुआ। जबलपुर लोकायुक्त टीम ने शिकायत सत्यापन के पश्चात शुक्रवार दोपहर 1.30 बजे शाखा ऑफिस में आरोपी मुकेश को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की गई। ट्रैप दल सदस्य में निरीक्षक शशि मर्सकोले एनिरीक्षक राहुल गजभिएएनिरीक्षक बृजमोहन सिंह नरवरिया एवं लोकायुक्त जबलपुर का दल शामिल रहा।
31 अक्टूबर को शुक्रवार के ही दिन सरपंच हुआ था ट्रैप
इससे पहले जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 31 अक्टूबर 2025 शुक्रवार के ही दिन दोपहर में आरोपी धनौरा ग्राम पंचायत सरपंच दिनेश कुमार को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। अक्टूबर माह में यह दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई थी। इससे पहले 16 अक्टूबर 2025 को केवलारी थाना में पदस्थ आरोपी प्रधान आरक्षक मनीष कुमार पटवा को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 75000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। आरोपी एफआईआर दर्ज करने के एवज में आवेदक से पांच लाख रुपए की मांग कर रहा था। पहली किश्त के रूप में 25000 रुपए ले चुका था। वहीं दूसरी किश्त देने थाना पहुंचा था। आरोपी प्रधान आरक्षक थाना परिसर में ही आवेदक से रिश्वत की दूसरी किश्त ले रहा था। इसी दौरान लोकायुक्त टीम ने प्रधान आरक्षक को धर दबोचा। इससे पहले 28 फरवरी 2025 को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने सिवनी जिला पंचायत कार्यालय के सामने स्थित आपूर्ति विभाग कार्यालय के बाहर 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के ड्राइवर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। लोकायुक्त टीम ने इस मामले में सिवनी में पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले को भी आरोपी बनाया था।
साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते भी हो चुके ट्रैप
12 नवंबर 2024 को सहायक आबकारी अधिकारी पवन कुमार झारिया को विदेशी मद्य भंडारगार सिवनी में साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया था। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन को भी आरोपी बनाया था। वहीं 21 सितंबर 2024 को मत्स्य विभाग में सहायक मत्स्य अधिकारी मुकुन्द राव बंसोडकर को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।