बीते दिन मामला सामने आया था।
सिवनी. साइबर अपराधियों ने अब ठगी का नया पैतरा अपनाया है। फोन पे का क्लोन बनाकर अब वे लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। बीते दिन ऐसा ही मामला सामने आया था। हालांकि पुलिस की तत्परता से आरोपी गिरफ्त में आ गए। बता दें कि अब तक साइबर अपराधी लोगों को डराकर या ज्यादा लालच दिखा बैंक खाते खाली कर रहे थे, लेकिन अब वे फोन पे का क्लोन बनाकर ठगी कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार ठगों के पास भले ही नए-नए तरीके हैं, लेकिन उनसे बचाव के लिए सिर्फ एक ही तरीका जागरुकता है। उल्लेखनीय है कि कुरई थाना में अहमद सईद निवासी ग्राम सुकतरा ने शिकायत दर्ज कराई थी। आवेदक अपने पेट्रोल पंप में शाम को गया था। इसी दौरान दो आरोपी बाइक से पहुंचे और उन्होंने अहमद से कहा कि उन्हें 10 हजार रुपए कैश की आवश्यकता है। वे फोन पे से पैसे ट्रांसफर कर दे रहे हैं। अहमद ने उन्हें 10 हजार रूपए दे दिए और अपने कर्मचारी को क्यूआर कोड के माध्यम से पैसे लेने को बोला। इतने में उनमें से एक व्यक्ति आरोपी विकास ने अपने मोबाइल में 10 हजार पेमेंट का मैसेज दिखाया और चला गया। कुछ देर तक जब पैसे पेट्रोल पंप के खाते में नहीं आए तो अहदम ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने संदेही आरोपी विकास उर्फ विक्की (21) निवासी ग्राम जीरेवाडा एवं उसके एक अन्य साथी 15 वर्षीय को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि वह फोन पे के क्लोन एप्प से राशी खाते में जाने का मैसेज दिखाकर पैसे या पेट्रोल ले लेते थे।
पेमेंट सक्सेस का भी आया था मैसेज
आरोपियों ने मोबाइल पर ही फोन पे जैसा दिखाने वाला एक और ऐप डाउनलोड किया था। इस ऐप को देखकर आप यह पहचान नहीं सकते कि यह सही है या गलत। आरोपी पेट्रोल पंप पहुंचे और कैश लेकर नकली ऐप से बार कोड को स्कैन किया और फिर सफल ट्रांजेक्शन का मैसेज दिखा दी। हालांकि पीडि़त व्यक्ति के खाते में पैसे पहुंचने का कोई मैसेज नहीं आया था। पुलिस के अनुसार अक्सर हमें यह लगता है कि पेमेंट हो गया होगा और हम नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि होना यह चाहिए कि जब तक आपके खाते में पैसे न आ जाएं तब तक आप उसे सफल न मानें। फोन पे जैसा दिखने वाले नकली ऐप में सभी प्रक्रिया असली ऐप की तरह ही होती है। ऐसे में आप तत्काल यह नहीं समझ सकते ही आपके साथ धोखाधड़ी हुई है। इसके लिए जरूरी यह है कि अगर आप किसी को कैश रुपए देते हैं और वह आपके खाते में पैसे भेजता है तो जब तक आपके मोबाइल में बैंक का मैसेज न आ जाए तब तक इसे सही न मानें।