जिले की दो लाख 68 हजार 155 लाड़ली बहनों के खाते में 1500 राशि का हुआ अंतरण
सिवनी. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सिवनी के पॉलिटेक्निक कॉलेज में आयोजित मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जिलेवासियों को कई सौगात दी। घंसौर में खेल स्टेडियम, लामटा से पाठ्या छपारा तक पुल निर्माण सहित अन्य घोषणा की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 30वीं किश्त के रूप में प्रदेश की 1.26 करोड़ लाड़ली बहनाओं के बैंक खाते में 1857 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित कर बहनों के चेहरे पर खुशी बिखेर दी। इस योजना से जिले की 2 लाख 68 हजार 155 लाड़ली बहनाएं भी लाभांवित हुई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों के 560.75 करोड़ रुपए की लागत के 114 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा की लाड़ली बहना योजना महिलाओं को जीवन में बदलाव लाने का अवसर दे रही है। इस योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के साथ सशक्त बन रही हैं। वर्ष 2023 में प्रारंभ की गई इस योजना के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को अब तक 45 हजार करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है। प्रदेश सरकार लाड़ली बहनों के लिए राशि की कोई कमी नहीं होने देगी। यह बदलते दौर का मध्यप्रदेश है और सनातन संस्कृति के साथ महिलाओं को आगे बढऩे का अवसर दे रहा है। मुख्यमंत्री दोपहर 1.10 बजे सिवनी पहुंचे और वापस 3.25 बजे कटनी के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में कार्यक्रम स्थल पर महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य, आजीविका मिशन, वित्त विभाग, जनजातीय कार्य विभाग सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद कन्याओं का पूजन, दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने कई योजनाओं के हितलाभ का वितरण भी किया। एक बच्ची के जन्मदिन पर उसे गोद में लेकर बधाई भी दी।
अब हर माह रक्षाबंधन और भाई दूज का त्यौहार
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। जिससे बहनों के परिवार में खुशहाली व समृद्धि दिखाई दे रही है। बहनें भी लाड़ली बहना की इस राशि के महत्व को समझ रही हैं कि यह राशि उनके जीवन में कितना सकारात्मक बदलाव ला रही है और इसी बदलाव के कारण अब बहनों के जीवन में हर माह रक्षाबंधन और भाईदूज का त्यौहार जैसा माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे रक्षाबंधन, होली और दीवाली का त्यौहार एक साथ मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहनों को देवी सरस्वती, लक्ष्मी और दुर्गा के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि अब डंके की चोट पर बहनों को हर माह 1500 रूपये मिलेंगे।
देश का इतिहास गौरवशाली
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का इतिहास गौरवशाली रहा है। मातृशक्तियों की वंदना आदिकाल से चल रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम ने देश भक्ति की भावना को जगाया। इस गीत की 150वीं वर्षगांठ पूर्ण होने के अवसर पर समूचे देश में वर्ष भर स्मरणोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। साथ ही आदिवासी जननायक भगवान बिरसामुंडा की 150वीं जयंती भी मनाई जा रही है। आदिवासी जननायकों ने अंग्रेजों के खिलाफ जल, जंगल, जमीन और अपनी अस्मिता को लेकर लड़ाई लड़ी। भगवान बिरसामुंडा जिस समय बिहार में अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे उसी समय मध्यप्रदेश में भी राजा शंकरशाह, राजा रघुनाथ शाह, रानी अवंती बाई जैसे कई महानायकों ने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना बलिदान दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि जबलपुर और संग्रामपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती के सम्मान में केबिनेट बैठक आयोजित की गई। भावी पीढ़ी को ऐसी वीरांगनाओं से परिचित कराने के लिए उनकी गौरवगाथा को अब पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
गौसेवा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौसेवा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने बताया कि गौशालाओं को मिलने वाला अनुदान अब प्रति गाय 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रूपये प्रतिदिन दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने मंच से स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को डेयरी उद्योग से जुडकऱ आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढऩे के लिए भी प्रोत्साहित किया।
लाल सलाम को अब आखिरी सलाम
नक्सलवाद पर सख्त रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में नक्सलवाद के पैर किसी भी कीमत पर जमने नहीं दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में जनवरी 2026 तक नक्सलवाद का समूल नाश हो जाएगा। उन्होंने नक्सलियों से आव्हान करते हुए कहा कि आत्मसमर्पण की नीति अपना लें।
जनहित के लिए संचालित हो रही हैं योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उनके रोजगार की चिंता प्रदेश सरकार कर रही है। अभी 60 हजार से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती हुई है। अगले तीन वर्षों में दो लाख शासकीय नौंकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी। बहनों के सम्मान, सशक्तिकरण व उनकी जिंदगी बदलने के लिए लाड़ली बहना जैसी योजना संचालित की जा रही है। आज युवा, महिला, गरीब और किसान के कल्याण के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है ताकि वे आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो सके। उन्होंने कहा कि कारखानों में काम करने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टल की सुविधा होगी साथ ही रोजगारपरक कार्यों के लिए महिलाओं को प्रदेश सरकार 5 हजार रुपए प्रतिमाह देगी।
भावांतर योजना से होंगे किसान लाभांवित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोयाबीन भावांतर योजना किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि धान और गेहूं का उपार्जन भी प्रदेश सरकार करेगी। मक्के के दाम के संबंध में भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे उपभोक्ता जिन्होंने तीन माह या उससे अधिक का बिल भुगतान नहीं किया है। उन्हें एक मुश्त बिल भुगतान करने पर सरचार्ज में छूट दी जा रही है।
जिले के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि घंसौर में खेल प्रेमियों के लिए स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही लामता से पाण्डिया छपारा मार्ग पर पुल निर्माण कार्य, ग्राम अतरी से पांढरवानी तक बीटी सडक़ निर्माण एवं नगरीय क्षेत्र बरघाट के वार्ड क्रमांक-01 से ग्राम मगरकठा होते हुए ग्राम पंचायत टिकारी तक बीटी सडक़ निर्माण की घोषणा की। साथ ही ग्राम जेवनारा से मोहगांव मार्ग पर पुल सहित बीटी सडक़ एवं ग्राम पोनिया ग्राम पंचायत से ग्राम लोहरा टिकारी चिरचिरा तक बीटी सडक़ निर्माण कार्य भी कराया जाएगा। इन परियोजनाओं से ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा और विकास को नई गति मिलेगी।