NEET Result 2024 : राजस्थान के यूथ में भी डॉक्टरी का क्रेज बढ़ने के साथ सक्सेज रेट भी लगातार बढ़ रही है। राजस्थान के युवाओं ने इस बार नीट में पिछली परीक्षा परिणाम के मुकाबले सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए है।
अजय शर्मा
सीकर : राजस्थान के यूथ में भी डॉक्टरी का क्रेज बढ़ने के साथ सक्सेज रेट भी लगातार बढ़ रही है। राजस्थान के युवाओं ने इस बार नीट में पिछली परीक्षा परिणाम के मुकाबले सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए है। इस बार भी प्रदेश के युवा उत्तरप्रदेश व महाराष्ट्र को छोड़कर देश में सबसे आगे रहे है। वहीं राजस्थान ने इस साल भी टॉपर्स देने की परम्परा को और आगे बढ़ाया है। इस साल प्रदेश के 11 विद्यार्थियों को नीट में टॉप वन रैंक भी मिली है। कभी नीट में सिरमौर रहने वाले दिल्ली, गुजरात व कर्नाटक सहित अन्य राज्यों को भी हमारे युवाओं ने पीछे छोड़ दिया है। पिछले साल जहां राजस्थान के एक लाख युवाओं ने नीट परीक्षा क्वालीफाई की थी। वहीं इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 1.21 लाख तक पहुंच गया है।
यदि 720 में से 720 परफेक्ट स्कोर हासिल करने वाले विद्यार्थियों की बात की जाए तो राजस्थान 11 विद्यार्थियों के साथ देश में सिरमौर है। आठ अभ्यर्थियों के साथ तमिलनाडु दूसरे और 7 विद्यार्थियों के साथ महाराष्ट तीसरे स्थान पायदान पर रहा है। बेटों से ज्यादा डॉक्टरी के पेशे में कॅरियर बेटियां देख रही है। इस साल पर परफेक्ट स्कोर हासिल करने वाले होनहारों में राजस्थान की चार बेटियां भी शामिल है। पिछले साल नीट में साढ़े ग्यारह लाख से अधिक बेटियां शामिल हुई जिसमें से साढ़े छह लाख बेटियों ने नीट क्वालीफाई की। इस साल की बात करें तो लगभग 13.34 लाख छात्राएं परीक्षा में शामिल हुई। इनमें से 7.69 लाख बेटियों ने नीट क्वालीफाई कर रेकॉर्ड बनाया है।
एक्सपर्ट का कहना है कि डॉक्टरी के क्षेत्र में बेरोजगारी दर काफी कम होने की वजह से युवाओं का क्रेज बढ़ रहा है। इसके अलावा कई युवा डॉक्टरी के साथ सिविल सर्विस को कॅरियर बनाने के लिए भी इस फील्ड से होकर गुजरना चाह रहे हैं। पिछले साल राजस्थान से जहां 145824 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। वहीं इस साल राजस्थान के 174893 विद्यार्थियों ने नीट में पंजीयन कराया था।
2019: 1519375
2020: 1597435
2021: 1614777
2022: 1872343
2023: 2087462
2024: 2406079
किस साल कितने क्वालीफाई
2024 : 1.21 लाख
2023 : 1.00 लाख
2022 : 0.82 लाख
देशभर में डॉक्टरी के सपने पालने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है। इसमें राजस्थान के युवा भी पीछे नहीं है। किसी दौर में दिल्ली व गुजरात सहित कई राज्यों से टॉपर आने की परम्परा रही है। पिछले कुछ सालों में राजस्थान के युवाओं ने मेहनत के दम पर टॉपर्स सूची में नाम जगह बनाना शुरू कर दिया है। टॉपर विद्यार्थियों में से राजस्थान के 11 विद्यार्थियों की नीट में पहली रैंक भी है। डॉक्टरी के पेशे की तरफ लगातार युवाओं का रूझान बढ़ना राजस्थान के लिए अच्छा संकेत है। चिकित्सकों की कमी दूर होने से स्वास्थ्य का ढांचा भी सुधरेगा।
- डॉ. पीयूष सुण्डा, कॅरियर काउसंलर, सीकर
राज्य व केन्द्रशासित परिणाम प्रतिशत
अंडमान-निकोबार: 612
आन्धप्रदेश: 43858
अरुणाचलप्रदेश: 2570
असम: 21085
बिहार: 74773
चंडीगढ़: 2541
छत्तीसगढ़: 22344
दादर व नगर हवेली: 694
दमन: 694
दिल्ली: 46794
गोवा: 2586
गुजरात: 57197
हरियाणा: 34347
हिमाचल प्रदेश: 12079
जम्मू-कश्मीर: 24565
झारखंड: 20541
कर्नाटक: 89088
केरल: 86681
लक्ष्यदीप: 181
मध्यप्रदेश: 60073
महाराष्ट्र: 142665
मणिपुर: 5859
मेघालय: 1837
मिजोरम: 1179
नागालैण्ड: 1934
उड़ीसा: 32617
पांडिचेरी: 3431
पंजाब: 15743
राजस्थान: 121240
सिक्किम: 804
तमिलनाडूं: 89426
तेलगांना: 47371
त्रिपुरा: 2399
उत्तरप्रदेश: 165047
उत्तराखंड: 12422
पश्चिम बंगाल: 63135
लद्दाख: 619
अन्य: 5638
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