उनके पिता धुडाराम चौधरी गांव में कृषि कार्य करते हैं और पूरे परिवार का पालन-पोषण करते हैं। विकास दो भाइयों में सबसे बड़े भाई हैं और छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है।
सीकर के सिहोडी ग्राम पंचायत के गीधावाला निवासी विकास चौधरी ने 336वीं रैंक लाकर राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में चयनित होकर अपने परिवार और समाज का नाम रोशन किया है। कृषक परिवार में जन्में विकास ने दिन में नौकरी करते हुए रात में पढ़ाई कर बिना किसी कोचिंग के यह उपलब्धि हासिल की।
विकास ने पत्रिका को बताया कि उनके पिता धुडाराम चौधरी गांव में कृषि कार्य करते हैं और पूरे परिवार का पालन-पोषण करते हैं। विकास दो भाइयों में सबसे बड़े भाई हैं और छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। उनकी सफलता में उनके ताऊजी रिछपाल चौधरी (शारीरिक शिक्षक) का भी बड़ा योगदान रहा। ताऊजी ने हर क्षेत्र में उनका मार्गदर्शन किया और उनके ताऊ के बेटे सुनील (दिल्ली में आयकर विभाग में इंस्पेक्टर) ने भी उनकी तैयारी में पूरी मदद की।
विकास ने बताया कि पांच साल पहले उन्होंने सीएजी सरकारी विभाग में हिमाचल प्रदेश मंडलीय लेखाधिकारी के पद पर कार्य किया। उसी समय से उनका सपना RAS बनने का था। उन्होंने सुबह से शाम तक नौकरी करने के बाद रात में पांच घंटे पढ़ाई की। शनिवार और रविवार की छुट्टियों में अतिरिक्त समय निकालकर उन्होंने अपनी तैयारी पूरी की।
विकास की सफलता यह साबित करती है कि मेहनत, लगन और सही मार्गदर्शन से कोई भी कठिन लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और पूरी तैयारी अपने दम पर की।
उनका कहना है कि उन्हें किसी भी विभाग में जो भी पोस्ट मिलेगी, वे पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे। उनका उद्देश्य गरीबों को न्याय दिलाना और जनसेवा करना है।
सिहोडी ग्राम पंचायत और आसपास के क्षेत्र में विकास की सफलता से पूरे परिवार और समाज में खुशी का माहौल है।