बेंगलूरु का वह जीटी वर्ल्ड मॉल, जहां पर धोती पहने किसान को प्रवेश करने से रोक दिया गया। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश फैल गया। मामला विधानसभा में भी उठा। इसके बाद बेंगलूरु महानगर पालिका ने कार्रवाई करते हुए मॉल को बंद करा दिया।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में धोती पहनने के कारण 70 वर्षीय किसान को प्रवेश देने से इनकार करने के बाद विवादों में घिरे जी.टी. वर्ल्ड मॉल को गुरुवार को बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने 1.78 करोड़ रुपए के बकाया संपत्ति कर के कारण बंद कर दिया। मंगलवार को किसान को प्रवेश नहीं देने के कारण मॉल विवादों में घिर गया था और बुधवार को कई संगठनों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था।
गुरुवार को यह मामला विधानसभा में भी उठा और सरकार ने एक सप्ताह के लिए मॉल को बंद करने का आदेश जारी करने की बात कही। इसके कुछ घंटे बाद ही बीबीएमपी ने यह कार्रवाई की। बीबीएमपी जोनल कमिश्नर विनोद प्रिया ने कहा कि मॉल पिछले वित्तीय वर्ष के लिए संपत्ति कर का भुगतान करने में विफल रहा है। उन्होंने कहा, हमने एक डिमांड नोटिस जारी किया था। चूंकि मॉल प्रबंधन ने भुगतान नहीं किया है, इसलिए हमने मॉल को बंद कर दिया है।
गौरतलब है कि हावेरी के 70 वर्षीय किसान फकीरप्पा मंगलवार शाम को अपनी पत्नी और बेटे के साथ फिल्म देखने मॉल आए थे। हालांकि, उन्हें मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया और धोती पहनने के कारण उन्हें प्रवेश से मना कर दिया। उन्हें कहा गया कि अगर उन्हें अंदर जाने की अनुमति चाहिए तो वे पतलून पहनें।
इस बीच, बुधवार को मॉल के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले धर्मराज गौड़ा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए केम्पापुर अग्रहारा पुलिस ने मॉल के मालिक और सुरक्षा पर्यवेक्षक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 126 (2) के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और तथ्यों की पुष्टि कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे जल्द ही पूछताछ के लिए आरोपी को नोटिस जारी करेंगे।गौरतलब है कि हावेरी के 70 वर्षीय किसान फकीरप्पा मंगलवार शाम को अपनी पत्नी और बेटे के साथ फिल्म देखने मॉल आए थे। हालांकि, उन्हें मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया और धोती पहनने के कारण उन्हें प्रवेश से मना कर दिया। उन्हें कहा गया कि अगर उन्हें अंदर जाने की अनुमति चाहिए तो वे पतलून पहनें। बुधवार को कन्नड़ संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद फकीरप्पा को मॉल में प्रवेश दिया गया और मॉल प्रबंधन ने माफी मांगी।