श्री गंगानगर

‘प्रयास जारी हैं’ के जवाब पर उखड़े किसान, आज खाजूवाला में डालेंगे महापड़ाव

रबी की फसल को झुलसने से बचाने के लिए अनूपगढ शाखा सहित अन्य नहरों में किसानों को साढे तीन रोजा पानी देने की मांग पूरी नहीं हो सकी है।

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घड़साना. 12 एमडी के टोल नाके पर चर्चा करते हुए आंदोलनकारी किसान।

घड़साना (श्रीगंगानगर). रबी की फसल को झुलसने से बचाने के लिए अनूपगढ शाखा सहित अन्य नहरों में किसानों को साढे तीन रोजा पानी देने की मांग पूरी नहीं हो सकी है। इस कारण अनूपगढ रोड़ पर 12 एमडी टोल नाके पर रविवार को दूसरे दिन चक्काजाम जारी रहा। चक्काजाम के बीच निजी बसों का वैकल्पिक रास्तों के माध्यम से आवागमन हुआ। वहीं भारी वाहनों को ग्रामीण सम्पर्क रोड से होकर नेशनल हाइवे पर आवागमन करना पड़ा।
चक्काजाम को खुलवाने के लिए प्रशासन ने प्रयास किए लेकिन किसान टस से मस नहीं हुए। रविवार को दिनभर किसानों के साथ प्रशासन के माध्यम से जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की वार्ता हुई। अनूपगढ के एडीएम अशोक सांगवा की मध्यस्थता से हुई वार्ताओं में किसान नेताओं ने विभाग के अधिकारियों से पानी बिना समझौता नहीं करने की स्पष्ट
बात कही।
टोल नाके पर बड़ी संख्या में किसान सुबह एकत्रित हुए। जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त सचिव के पंजाब दौरे पर रहने पर चर्चा रही कि संभवतया अतिरिक्त पानी की व्यवस्था हो जाएगी। किसानों को रविवार को एडीएम की ओर से वार्ता करने का संदेश मिला तो किसान नेताओं को आस थी कि एडीएम किसानों को खुशखबर देंगे, लेकिन प्रशासन ने जल संसाधन विभाग की ओर से दिए फीडबैक के आधार पर अतिरिक्त पानी के प्रयासों की जानकारी दी और किसानों को चक्काजाम आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया। शाम पांच बजे तक तीन दौर की वार्ता हुई। इसके बाद किसानों ने आंदोलन की रणनीति के लिए कोर ग्रुप की बैठक कर घोषणा करनी चाही, तब प्रशासन की ओर से आंदोलन की आगामी रणनीति की घोषणा से पहले एक बार और वार्ता करने का सुझाव दिया। इस पर किसान नेता सत्यप्रकाश सिहाग ने मौजूद किसानों से वार्ता कर प्रशासन के आग्रह पर बातचीत करने की सहमति जताने पर पांच सदस्यों की वार्ता के लिए कमेटी गठित की।

Published on:
17 Feb 2025 12:53 am
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