मकर संक्रांति पर शहर अनूठी शादी का गवाह बना। गाय लक्ष्मी और नंदी नारायण का विवाह रीति-रिवाजों से किया गया। शादी में हर वह रस्म निभाई गईं, जो एक पारंपरिक भारतीय विवाह में होती हैं।
Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर शहर अनूठी शादी का गवाह बना। गाय लक्ष्मी और नंदी नारायण का विवाह(Unique Wedding) रीति-रिवाजों से किया गया। शादी में हर वह रस्म निभाई गईं, जो एक पारंपरिक भारतीय विवाह में होती हैं। यह विवाह देवास रोड स्थित पुलिस सामुदायिक केंद्र में संपन्न हुआ। विवाह समारोह 12 जनवरी से शुरू हुआ, जिसमें हवन, हल्दी, मेहंदी, मंडप स्थापना, माता पूजन और गणेश पूजन जैसे अनुष्ठान किए गए। मकर संक्रांति के दिन बारात ढोल-धमाकों और फूल मालाओं के साथ पहुंची।
गाय को पालने वाले रामनरेश बैरागी ने बताया, लक्ष्मी (गाय) घर में सबकी लाड़ली है। परिवार के सदस्यों की तरह रहती है। उसके लिए अलग से कमरा भी है। हमने लक्ष्मी को प्यार से पाला है। वह 3 साल की हो गई तो धूमधाम से शादी(Unique Wedding) कराई। बारात इंदौर गेट निवासी प्रकाश यादव के यहां से आई थी। वह अपने नंदी को सजाकर बैंड बाजे के साथ लाए। विधि-विधान से फेरे कराकर गाय और नंदी को विवाह बंधन में बांधा।
विवाह(Unique Wedding) के बाद मेहमानों के लिए शानदार रिसेप्शन का आयोजन किया गया, जिसमें तरह-तरह के व्यंजन परोसे गए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और विशेष अतिथि शामिल हुए। इस अनूठे विवाह ने भारतीय संस्कृति में गाय और नंदी के महत्व को रेखांकित किया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और पशु प्रेम का संदेश देने के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास किया गया।