Mahakaleshwar Darshan : भस्म आरती का एक और नाम मंगला आरती भी है. मान्यता है कि इसी मंगला आरती में बाबा महाकाल निराकार से साकार रूप धारण करते हैं........
Mahakaleshwar Darshan : काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का। कहा जाता है कि काल भी महादेव के रुद्र रूप महाकाल के सामने हांथ जोड़ लाचार खड़ा होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त करना बेहद (Mahakaleshwar Bhasm Aarti Online Booking) जरूरी है। बता दें 12 ज्योर्तिलिंगों में उज्जैन का यह ज्योर्तिलिंग एकमात्र ऐसा ज्योर्तिलिंग है, जो दक्षिणमुखी है। मान्यता है कि दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज हैं इसलिए महादेव के इस मंदिर को महाकाल कहा जाता है।
भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में वैसे तो दिनभर पूजा-अर्चना का दौर चलता है, लेकिन सुबह की भस्म आरती अपने आप में विशेष है। यहां आने वाला हर भक्त सुबह की भस्म आरती में शामिल होने की इच्छा रखता है, लेकिन एक निश्चित संख्या में हर रोज निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत भस्मारती में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है। अगर आप भी भस्म आरती में शामिल होना चाहते है तो ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। जानिए कैसे…..