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मॉर्निंग वॉक पर जाने से पहले जरूर पढ़ लें ये खबर, हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताया सुबह की सैर का सही समय

MP news: सर्दियों में सुबह की सैर पड़ सकती है सेहत पर भारी, मौसम में घुली नमी बढ़ा सकती है ठिठुरन, हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया सर्दियों के सीजन में मॉर्निंग वॉक पर जाने का सही समय...

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Nov 14, 2025
Morning Walk right time(फोटो: सोशल मीडिया)

MP News: शहर में मौसम का मिजाज दिन-ब-दिन सर्द हो रहा है। सुबह-सुबह छा रही धुंध और वातावरण में फैली नमी (ओस कण) ने हल्की ठिठुरन बढ़ा दी है। लेकिन मौसम का यह बदलाव मॉर्निंग वॉक पर जाने वालों, विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों की सेहत बिगाड़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सुबह की सैर-सपाटे का समय बदलना अब जरूरी हो गया है। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि जो लोग सुबह 5 या 6 बजे टहलने निकलते हैं, वे समय बदलकर 7 बजे या उसके बाद (धूप निकलने पर) ही सैर के लिए निकलें।

फेफड़ों पर हो सकता है असर

शहर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एचपी सोनानिया के अनुसार, सुबह के समय वातावरण में नमी और ओस कण बहुत अधिक होते हैं। ठंडी हवा के साथ ये कण जब सांस के जरिए फेफड़ों में जाते हैं, तो यह अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और दिल के मरीजों की तकलीफें बढ़ा सकते हैं। बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए उन्हें इस मौसम में विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। बेहतर है कि धूप निकलने के बाद ही टहलने जाएं और गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें।

अभी बनी रहेगी नमी

जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवा में नमी की मात्रा (आर्द्रता) बढ़ी हुई है। रात में तापमान गिरने पर यह नमी सतह के पास ओस कणों या हल्की धुंध के रूप में जमा हो जाती है। जब तक तेज धूप नहीं निकलती, यह परत बनी रहती है। अगले कुछ दिनों तक सुबह के समय मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने की संभावना है। वर्तमान में आर्द्रता का स्तर हर दिन बढ़त बनाए हुए है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम 10.7 डिग्री सेल्सियस है।

जानें क्या कहते हैं हमारे ये एक्सपर्ट्स

वेदर एक्सपर्ट : ठंडी हवा, नमी और ओस कणों में हो रही सुबह के समय वृद्धि

हेल्थ एक्सपर्ट : बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड : धुंध के साथ प्रदूषक तत्व स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरनाक

pollution in winter season at morning(फोटो: सोशल मीडिया)

धुंध में फंसते हैं प्रदूषक

एमपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार यह केवल ओस या धुंध नहीं है। अक्सर सुबह के समय हवा की गति धीमी होने से वाहनों और फैक्ट्रियों से निकले प्रदूषक तत्व जैसे पीएम 2.5, पीएम 10 इस नमी के साथ मिलकर स्मॉग की एक हल्की परत बना लेते हैं। ये ओस कण इन हानिकारक कणों को फंसा लेते हैं और जब हम सांस लेते हैं, तो ये सीधे हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करते हैं। इसलिए, सुबह जल्दी की हवा इस समय स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।

Updated on:
14 Nov 2025 01:00 pm
Published on:
14 Nov 2025 12:50 pm
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