शंका में सैकड़ों लोग विरोध में उतरे, सरकार से फोरलेन की मांग की। यह इलाका सत्ताधारी पार्टी का प्रभावी क्षेत्र माना जाता है। (six lane road construction)
ujjain simhastha 2028: सिंहस्थ क्षेत्र से जुड़ी एक और योजना का जनविरोध शुरु हो गया है। उज्जैन के पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल तक मार्ग को सिक्सलेन बनाने पर क्षेत्रवासी सहमत नहीं है। उन्होंने इसका विरोध करते हुए मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग की है। पीपलीनाका से भैरवगढ़ जेल व ओखलेश्वर तक मार्ग को सिक्सलेन करने की योजना है (Piplinaka to Bhairavgarh jail six lane road)। इसको लेकर यूडीए ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं। इधर योजना के विरोध में प्रभावित क्षेत्रवासी सड़क पर उतर गए हैं। (six lane road construction)
बुधवार को बड़ी संख्या में रहवासी क्षेत्र में जमा हुए और मार्ग को सिक्सलेन करने पर आपत्ति जताई। रहवासियों का कहना था कि वे विकास व चौड़ीकरण कार्य का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन इसे सिक्सलेन न बनाया जाए। यदि मार्ग को सिक्सलेन किया गया तो अधिकांश रहवासियों के घर-दुकान पूरी तरह टूट जाएंगे और वे बेघर-बेरोजगार हो जाएंगे। प्रदर्शन के दौरान रहवासियों ने मुयमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इससे पहले, वे सांसदों, विधायकों, अखाड़ों के साधु-संतों से भी गुहार लगा चुके हैं। क्षेत्रीय पार्षद हेमंत गहलोत ने बताया कि जनता की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से भी बातचीत की जा रही है। सिक्स लेन के लिए सड़क 45 मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। निवासियों के अनुसार, सड़क अभी 60 फीट चौड़ी है। ऐसे में अगर सड़क को 45 मीटर चौड़ा किया जाता है, तो सड़क के दोनों ओर से लगभग 50-50 फीट की इमारतें गिराई जाएँगी। इलाके में ज़्यादातर इमारतें 45-50 फीट चौड़ी हैं।
ऐसे में अगर सिक्स लेन बनती है, तो पूरे के पूरे मकान और दुकानें गिरा दी जाएँगी। इस योजना से लगभग 650 इमारतें प्रभावित हो रही हैं। निवासियों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर 20-20 फीट जगह ली जाए। इससे सड़क 100 फीट चौड़ी हो जाएगी और निवासियों के पास 30-30 फीट के मकान भी बचेंगे।
योजना के बाद स्थिति को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है। दरअसल क्षेत्र में लंबे समय से भाजपा का प्रभाव है। सिक्सलेन के प्रभावित क्षेत्र में ही वर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधि और संगठन के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं के घर और दुकानें हैं।