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UP Weather Forecast: हरदोई, सीतापुर समेत यूपी के 8 जिलों में तूफान और बारिश का कहर, गेहूं की फसलें बर्बाद, किसानों पर टूटा आफत का पहाड़

UP Weather Alert: उत्तर प्रदेश के हरदोई, सीतापुर समेत आठ जिलों में देर रात आए तूफान और बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसलें बर्बाद हो गईं। मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे में और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है।

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Apr 19, 2025
तेज हवाओं और ओलावृष्टि से खेतों में कटी पड़ी फसलें हुई बर्बाद, मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे के लिए 8 जिलों में अलर्ट जारी किया, किसानों को तत्काल सहायता के निर्देश


यूपी का मौसम 19 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देर रात आए आंधी-तूफान और बारिश ने तबाही मचा दी। खासकर हरदोई और सीतापुर में खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। हरदोई जिले के गांव पिहानी, बिलग्राम, बावन और हरपालपुर क्षेत्र में खेतों में कटी पड़ी फसलें बह गईं, भीग गईं या पूरी तरह बर्बाद हो गईं। किसानों की आंखों में आंसू हैं, और प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठे हैं।

 किसानों की व्यथा

ग्राम रामपुर के किसान राजेश वर्मा ने बताया, "हमने कल ही फसल काटी थी, अब सब मिट्टी में मिल गई। दो एकड़ की फसल थी, उम्मीद थी कि शादी में बेटी को गहने बनवाएंगे, अब कैसे होगा?" सीतापुर के किसान महेश यादव कहते हैं, "ओले ऐसे गिरे कि पूरा खेत सफेद हो गया। गेहूं का दाना तक सड़ गया। सारी मेहनत बेकार हो गई।"

मौसम विभाग का अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि अगले तीन घंटों में अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, हरदोई, लखनऊ और सीतापुर जिलों में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
हवाएं 30 से 40 किमी/घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।

तूफान की भयावह तस्वीरें

  • कई गांवों में बिजली के खंभे और पेड़ गिरे
  • कच्चे मकानों की छतें उड़ गईं
  • खेतों में खड़ी सरसों और आलू की फसलें भी प्रभावित
  • कुछ इलाकों में जनरेटर और पानी की टंकियां उड़ गईं
  • आशंका है कि नुकसान का आंकड़ा करोड़ों में हो सकता है

सरकारी निर्देश

सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तुरंत सर्वे कराकर किसानों को राहत दी जाए। फसल बीमा योजना के अंतर्गत क्लेम प्रोसेस को तेज किया जाए। “राहत कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी,” उन्होंने स्पष्ट कहा।

आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों में भेजी गई हैं।

  • तापमान में गिरावट और बिजली संकट: बारिश और तेज हवाओं के कारण तापमान में 3-4 डिग्री की गिरावट आई है। लेकिन कई गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। रात से लेकर सुबह तक अंधेरा रहा, जिससे लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल है।
  • महिलाओं और बच्चों की परेशानी: तेज बारिश और बिजली कटौती की वजह से ग्रामीण इलाकों में महिलाएं और बच्चे पूरी रात जागते रहे। कुछ स्थानों पर कच्चे मकान गिरने की खबर भी है, हालांकि प्रशासन इसकी पुष्टि कर रहा है।

कृषि विशेषज्ञों की राय

कृषि वैज्ञानिक डॉ. पंकज श्रीवास्तव के मुताबिक"बारिश और ओलावृष्टि ऐसे समय पर हुई है जब 80% गेहूं की फसल कटाई के बाद खेत में पड़ी थी। यह सीधा आर्थिक नुकसान है। किसानों को तत्काल समर्थन की जरूरत है।"

जनता के लिए सुझाव

  • घर से बाहर न निकलें, विशेषकर खेतों की ओर न जाएं
  • खुले स्थानों पर मोबाइल का इस्तेमाल न करें
  • बिजली के खंभों, पेड़ों और पानी भराव वाले स्थानों से दूर रहें
  • पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें
  • मौसम विभाग के अपडेट पर नज़र बनाए रखें
  •  नजरें अब सरकारी मदद पर
  • हरदोई, सीतापुर, गोंडा जैसे जिलों में हजारों किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। उनकी नजरें अब प्रशासन की राहत कार्यवाही और मुआवजे पर टिकी हैं।
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