सतपुड़ा अंचल के ग्राम पंचायत पलासकूट के रायटेमरी फाल्या और रायसागर पंचायत के अंबापानी फाल्या में भीषण जलसंकट से नागरिक हालाकान है। हालात इतने बेकाबू हो गए हैं लोग अपने खेतों में काम को छोड़कर सुबह से पानी तलाश में निकल रहे हैं। महिलाएं व बालिकाएं पहाड़ियां लांघकर सिर पर बर्तन लेकर झिरा खोदकर पानी लाने को मजबूर है।
खरगोन. सतपुड़ा अंचल के ग्राम पंचायत पलासकूट के रायटेमरी फाल्या और रायसागर पंचायत के अंबापानी फाल्या में भीषण जलसंकट से नागरिक हालाकान है। हालात इतने बेकाबू हो गए हैं लोग अपने खेतों में काम को छोड़कर सुबह से पानी तलाश में निकल रहे हैं। महिलाएं व बालिकाएं पहाड़ियां लांघकर सिर पर बर्तन लेकर झिरा खोदकर पानी लाने को मजबूर है। गांव पटेल कट्टिया डुडवे ने बताया कि शासन से निर्मल कूप की राशि स्वीकृत हुई थी। कुछ राशि मिली, उसके बाद आज तक भी राशि नहीं मिली। रायसागर के पूर्व सरपंच द्वारा निर्मल कूप निर्माण के लिए कुछ मटेरियल भी डलवाया गया था। मटेरियल काफी नहीं होने से फाल्या के लोगों से चंदा एकत्रित कर निर्मल कूप का निर्माण करवा रहे हैं। ऐसी जद्दोजहद और मशक्कत अंबापानी फाल्या में ग्रामीण कर रहे हैं। सिलदार ठाकुर, रमेश डुडवे, लेदा सोलंकी, राजाराम डुडवे ने बताया कि नदी, नालों में पानी सूख चुका है। पशुओं को भी पानी पिलाने में भी जद्दोजहद करना पड़ रही है। अंबापानी की महिला नायजु डुडवे ने बताया के रोटी की हमें इतनी फिक्र नहीं है जितनी पीने के पानी की है।
बजारिया फाल्या में लोग बैलगाड़ी व सिर पर बर्तन लेकर पानी की तलाश में भटक रहे हैं। बजारिया सोलंकी ने बताया कि पानी के लिए खेतों में काम करना बंद कर दिया है। सुबह उठकर बैलगाड़ी पर पानी की टंकी को बांधकर व सिर पर बर्तन लेकर पानी की तलाश में निकल जाते हैं। नदी, नाले, हैंडपंप, कुएं सूख चुके हैं। शायनु सोलंकी ने कहा कि छोटे बच्चों को घर छोड़कर भटकना पड़ता है। रेसा सोलंकी ने कहा कि किसी योजना के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराना चाहिए। दिनों दिन गहराते जलसंकट को देख परेशान लोगों का सब्र का बांध फूटने लगा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वे धरना प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराएंगे।
पलासकूट के रायटेमरी फाल्या में पेयजल समस्या को देखते हुए पीएचई विभाग से चर्चा की है। मोटरपंप के लिए उन्हें बताया है। पेयजल समस्या का समाधान करेंगे। -पवन शाह, सीईओ, जनपद पंचयत, भगवानपुरा