Ram Setu: इस योजना में भारत से श्रीलंका के त्रिंकोमाली और कोलंबो बंदरगाहों को जोड़ना शामिल है। भारत सरकार तमिलनाडु के धनुषकोडी को श्रीलंका के तलाईमन्नार से जोड़ने वाले 23 किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण के लिए व्यवहार्यता पर अध्ययन कर रही है।
Ram Setu: सब कुछ योजना के मुताबिक चला तो तो भारत और श्रीलंका (India And Sri Lanka) को पुल जरिए जोड़ने की दोनों देशों की इच्छा पूरी हो सकती है। जो कि रामायण काल के बाद होने वाली सबसे बड़ी एतिहासिक घटना हो सकती है। इसके लिए परियोजना की फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) श्रीलंका के दौरे पर हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होगी।
इस योजना में भारत से श्रीलंका के त्रिंकोमाली और कोलंबो बंदरगाहों को जोड़ना शामिल है। भारत सरकार तमिलनाडु के धनुषकोडी को श्रीलंका के तलाईमन्नार से जोड़ने वाले 23 किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण के लिए व्यवहार्यता पर अध्ययन कर रही है। दोनों देशों के बीच एक समझौता पिछले साल जुलाई में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) की दिल्ली यात्रा के दौरान हुआ था। पीएम नरेंद्र मोदी और विक्रमसिंघे ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, जिनमें से एक का उद्देश्य श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह को उद्योग और ऊर्जा के लिए एक क्षेत्रीय केंद्र में बदलना था।
धनुषकोडी और तलाईमन्नार के बीच समुद्री पुल का प्रस्ताव दो दशकों से चर्चा का विषय रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर वाकई पुल का निर्माण होता है, तो उसे हनुमान ब्रिज या राम सेतु का नाम दिया जा सकता है।